लखनऊ। विदित हो कि शिव जी की सवारी नन्दी है और गाय हमारी माता है, जो हमें अमृत समान दूध देती है। शिव ने विष पीया था, इसलिए उन्हे अमृत भेंट किया गया। यदि अमृत को बचाये रखना है तो गाय की रक्षा करनी होगी। गाय की रक्षा तभी हो सकती थी, जब इसके दिव्य पदार्थ दूध को धर्म से जोड़ दिया जाये। इसी कारण भोले बाबा को दूध चढ़ाने की परम्परा शुरू की हुयी।
सावन के सोमवार का विशेष महत्व -
श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व है। जो व्यक्ति सावन में प्रतिदिन पूजा नहीं कर सकते है, उन्हे सोमवार के दिन शिव पूजा और व्रत रखना चाहिए। सावन में शिव पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।
सोमवार को भोले बाबा का विधवित जल से अभिषेक कर पूजन करने पर चन्द्रमा बलवान होकर मन को उर्जावान बना देगा। लड़कियॉ सोलह सोमवारों का व्रत रखकर प्रेम करने वाले पति की कामना करती है, इसके पीछे भी चन्द्रमा कारक है क्योंकि चन्द्रमा मन का संकेतक है। सच्चा प्रेम मन से ही किया जाता है।
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