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उत्तर प्रदेश

प्रदेश का डरावना अस्पताल देखना है तो डॉक्टर सुजीत पांडे के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र आइए

योगी सरकार का एक डरावना अस्पताल जोको देखने के बाद आपका पीछा खड़े हो जायेगा यहां पर लोगों को बीमार करने के लिए योग संसाधन मौजूद है। इस अस्पताल में अगर चलना है तो आंखें खोलकर, सम्भलकर और सतर्क होकर चलना पड़ेगा। इस खौफनाक अस्पताल की सच्चाई देखकर आप भी परेशान हो जायेंगे।

प्रदेश का डरावना अस्पताल देखना है तो डॉक्टर सुजीत पांडे के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र आइए

योगी सरकार का एक डरावना अस्पताल जोको देखने के बाद आपका पीछा खड़े हो जायेगा यहां पर लोगों को बीमार करने के लिए योग संसाधन मौजूद है। इस अस्पताल में अगर चलना है तो आंखें खोलकर, सम्भलकर और सतर्क होकर चलना पड़ेगा। इस खौफनाक अस्पताल की सच्चाई देखकर आप भी परेशान हो जायेंगे।

जहां सरकार बेहतर सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छ भारत के बड़े-बड़े दावे कर रही है और बड़े-बड़े मंच से पीढ़ी नरेंद्र नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ स्वच्छता पर बड़े-बड़े दावे ठोक कर बोलते हुए नजर आ रही है, कि देश बदल रहा है इसके प्रचार-प्रसार भी खूब किया जा रहा है।

मोदी और योगी के अफसर उनके मनसुंबो पर पानी फेर कर यह दिखा रहा है कि हम भी नहीं बदले तो देश कहां से बदल सकता हैं। हम ना बदले हैं और ना ही बदले की कोशिश कर रहे हैं।

केंद्र और राज्य सरकार के लिए राजनीति के एंजेंडे को डोर-टू-डोर कार्यक्रम चला रहा है। जनपद के जिलाधिकारी महोदय ने तो राजा विज्ञान के लिए सभी ताकत भी लगा रखी है कि बलरामपुर जनपद स्वच्छ रहना, जब सरकारी कर्मचारी ही कच्चे और सफाई की अनदेखी कर समाज में जहर खोलने का काम कर रहे हैं तो इसकी जिम्मेदारी केवल आम नागरिकों तक ही सीमित है।

सुजीत पांडे के प्राथमिक केंद्र रेहरा बाज़ार में अगर आप जाना है तो पहचान पहचान जान लेना जरुरी है कंपाउंड में पानी भरा हुआ, भयंकर कीचड़, जिससे आप गिरने का पूरा खतरा बना रहेगा, दवाइयां इधर-उधर पड़ी हुई, सीरींज मे लगी हुई सुई भी इधर उधर पड़ी होंगी, इसके लगने से तमाम तरह की बीमारियां हो भी हो सकता है। कचरे का अंबार, दारु की बोतल इधर-उधर पड़ी हुई, इंजेक्शन कि सीसींया भी कोई समय आपके पैरों में लग रहा है, वगैर-वगैरह पहचान है। जिम्मेदार अधिकारियों के आंखों पर पर्दा पड़ा हुआ है कि रास्ता विज्ञान और स्वस्थ भारत की परिकल्पना दम तोड़ती हुई नजर आ रही है। लोग यहां जैसे स्वस्थ होने नहीं बीमार होने के लिए आते हैं। जब इन होनहार डॉक्टर से इन सब चीज पर बात की गई तो सफाई कर्मी ना होने का रोना रोकर अपना पल्ला झाड़ते लेते है।

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