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सैलेरी फाइनल करते समय इन बातो का रखे ध्यान

सैलेरी फाइनल करते समय इन बातो का रखे ध्यान

सैलेरी फाइनल करते समय इन बातो का रखे ध्यान

फर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करे
आप जिस फर्म में काम करने की सोच रहे हैं उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। आपको स्टैंडर्ड मार्केट सैलेरी भी पता होनी चाहिए। अपनी योग्यता और अनुभव के आधार पर किसी नए एम्प्लॉयर से मिलने से पहले आपको उस फर्म की परफॉर्मेंस के बारे में पता करना चाहिए। स्टैंडर्ड सैलेरी पता करने के लिए ऑनलाइन रिसर्च कर सकते हैं या फिर रिक्रूटमेंट कंसल्टेंट्स से बात कर सकते हैं। इससे आपको सही फैसला लेने में मदद मिलेगी।


जानकारी जल्दी शेयर न करें
नए एम्प्लॉयर को अपने से जुड़ी जानकारी देने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। अगर आप अपनी पुरानी नौकरी में मिलने वाली सैलेरी बोनस आदि के बारे में शुरुआत में ही बता देते है तो एम्प्लॉयर तय कर लेगा कि आपको कितना पैसा देना है। 


लिखित ऑफर का महत्व
अगर फर्म आपको कुछ भी लिखित में देने से मना करती है तो गड़बड़ हो सकती है। हो सकता है कि फर्म कोई मजबूत कैंडिडेट खोज रही हो या उसका अपने वायदे पूरा करने का इरादा ही न हो। लिखित ऑफर मिलने के बाद ही चीजों को सही मानें।


सबसे पहले एम्प्लॉयर को शुरुआत करने दें
सैलेरी के बारे में एम्प्लॉयर को पहले बात करने दें। ज्यादातर कैंडिडेट खुद सैलेरी के बारे में पूछकर गलती करते हैं। इससे एम्प्लॉयर जान जाता है कि आपको ज्यादा अनुभव नहीं है और आप प्रोफाइल के बजाय सिर्फ सैलेरी को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं।


आखिरी सैलेरी का आधार
ज्यादातर फर्म्स के हायरिंग मैनेजर्स कैंडिडेट की आखिरी सैलेरी के आधार पर नई सैलेरी तय करने की कोशिश करते हैं। इसके बजाय आपको उन कार्यों की तरफ फोकस करना चाहिए जो आप कंपनी के लिए कर सकते हैं। कभी भी इस बात को आधार न बनाएं कि आपको कितने पैसे की जरूरत है। आपको एम्प्लॉयर को बताना चाहिए कि आप कंपनी ज्वॉइन करके क्या-क्या बदलाव कर सकते हैं।


बैकअप प्लान को रखें
अगर एम्प्लॉयर कोई ऑफर देते हैं और आप उसे ठुकराने की कोशिश करते हैं तो आपके पास बैकअप प्लान भी होना चाहिए। बैकअप प्लान होगा तो आप बिना डरे अपनी बात को एम्प्लॉयर के सामने रख पाएंगे। टफ जॉब मार्केट में किसी जॉब को एकदम से मना कर देना गलत होगा। नेगोसिएशन प्रोसेस पर पकड़ बनाने के लिए आपके पास कुछ महीनों की सेविंग्स या आय का वैकल्पिक स्रोत होना चाहिए।


सही लोगों से सलाह
आपको सैलेरी के बारे में कंपनी से बात करने से पहले खुद रिसर्च करनी चाहिए या स्वतंत्र कंसल्टेंट की मदद लेनी चाहिए। कभी भी नए प्रोफेशनल्स या अपने दोस्तों से सैलेरी के बारे में राय नहीं लेनी चाहिए। आपको ऐसे लोगों से जानकारी इकट्ठा करनी चाहिए जो हायरिंग प्रोसेस से नहीं जुड़े हों।

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