
जाम के झाम से जनता है त्रस्त, नही हो रहा समस्या का समाधान
Photoलखनऊ -ऐशबाग-सीतापुर रूट तो काफी पहले बनकर तैयार हो गया है था पर इस रूट पर आमान परिवर्तन के काम के साथ लोगों को बिठौली क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से निजात मिलने की उम्मीद थी। लेकिन, नतीजा सिफर रहा। बिठौली क्रॉसिंग पर अंडरपास की योजना थी पर वह फिर नहीं बन पाई। नतीजा, यहां अभी भी घंटों आईआईएम से होकर आने वाले ट्रकों से जाम की स्थित बनी हुई है।लोगों को ऐशबाग-सीतापुर रूट के आमान परिवर्तन के साथ इस क्रॉसिंग पर अंडरपास की उम्मीद थी, जो बार बार फिर टूटी । बिठौली क्रॉसिंग पर जाम की वजह से लखनऊ-सीतापुर हाईवे भी बुरी तरह बंद पड़ जाता है। लोगों को यहां जाम से निकलने में घंटों लग जाते हैं। सेक्टर 3 जानकीपुरम विस्तार कल्याण समिति के अध्यक्ष संतोष तिवारी की मानें तो वो इसको लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित बड़े उच्च अधिकारीयों से गुहार लगा चुके है तथा मौजूदा रक्षामंत्री और स्थानीय सांसद राजनाथ सिंह ने भी रेल मंत्रालय को अंडरपास के निर्माण के लिए पत्र लिखा ।रेलवे अधिकारियों की मानें तो बिठौली क्रॉसिंग पर अंडरपास बनाने के लिए रेलवे, एलडीए और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के बीच बातचीत हुई है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। जबकि, काफी लंबे समय से स्थानीय लोग यहां पर अंडरपास बनाने की मांग कर रहे हैं। जानकीपुरम विस्तार कल्याण समिति के अध्यक्ष संतोष तिवारी ने कहा की जानकीपुरम की दो लाख आबादी को सीतापुर रोड पर जाने के लिए अभी भिठौली रेलवे क्रासिंग का ही सहारा है। यदि लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय कैम्पस के पास अंडरपास बन जाए तो वहां के लोगों को सीतापुर रोड पर जाने की बड़ी राहत मिलेगी। वहां अंडरपास बनाने के लिए यहां के निवासी कई वर्ष से संघर्षरत हैं। इस अधूरे पड़े रेलवे क्रासिंग को पार करते समय कैम्पस के कई छात्र जान गंवा चुके हैं। सरकार और शासन के नुमाइंदों ने इसको बनाने की सहमति भी दी, लेकिन फिर भी इसका इंतजार खत्म नहीं हो रहा हैयही नहीं वह कहते है की जानकीपुरम विस्तार में ट्रामा सेंटर बन रहा है। साथ ही जानकीपुरम विस्तार और इसके आसपास के गांव के निवासियों के आने-जाने के लिए केवल भिठौली रेलवे क्रासिंग ही है। इस क्रासिंग पर सीतापुर हाईवे के साथ इस आबादी का भी दबाव बनते ही घंटों जाम लगा रहता है। वह कहते हैं कि जब ट्रामा सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा तो स्थिति और भयावह होगी।सीतापुर रोड को जानकीपुरम में बने लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय कैम्पस को जोड़ने के लिए रेलवे क्रासिंग बनाने पर सहमति बनी थी। इसी वजह से कैम्पस की तरफ से सीतापुर रोड की तरफ जाने वाली सड़क कई वर्ष तक अधूरी पड़ी रही और लोग इंतजार करते रहे कि यह क्रासिंग बनेगी।कई बार जिम्मेदारों से अंडरपास की गुजारिश की पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है
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