यदि आप भी राई या सरसों के तेल का सेवन करते हैं तो अब आपको सचेत होने की जरूरत है. कुछ भारतीय परिवारों में नियमित रूप से राई के तेल का सेवन किया जाता है. लेकिन उनको ये नहीं पता है की राई का तेल कितना नुकशानदेह है।
अमेरिका के पेन्सिलवेनिया में स्थित टेंपल विश्वविद्यालय के प्रोसेसर डोमेनिको प्रेटिको ने कहा, राई का तेल एक वेजिटेबल तेल है, फिर भी हमें इसे स्वास्थ्यवर्धक कहने से पहले थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए." प्रेटिको ने कहा, "शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि राई के तेल को अन्य तेलों जितना गुणकारी नहीं माना जाना चाहिए ।
आजकल की भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी में सेहत का ख्याल रखना बहुत आवश्यक हो गया है. ऐसे में जरूरी है कि आप जो भी खा रहे हैं उसके बारे में आपको पूरी तरह पता होना चाहिए. यदि आप भी राई के तेल का सेवन करते हैं तो अब आपको सचेत होने की जरूरत है. कुछ भारतीय परिवारों में नियमित रूप से राई या सरसों के तेल का सेवन किया जाता है. अब इसको लेकर एक नई शोध सामने आई है. शोध से पता चला है कि यदि आप रोजाना दो चम्मच राई का तेल खाते हैं तो आपकी याददाश्त और सीखने की क्षमता पर असर पड़ सकता है.।
शोध से यह भी पता चला है कि अल्जाइमर से पीड़ित लोगों का इससे वजन भी बढ़ सकता है. चूहों पर किए गए इस अध्ययन में कहा गया कि वेजिटेबल ऑयल के लंबे समय तक सेवन से दिमाग को नुकसान पहुंच सकता है. हालांकि राई के तेल को स्वास्थ्यकारी खाद्य तेल माना जाता है. जिन चूहों को राई के तेल में पकाए गए खाद्य पदार्थ दिए गए, उनका वजन सामान्य भोजन करने वाले चूहों की तुलना में ज्यादा पाया गया. राई के तेल में अक्सर सब्जियां तली जाती हैं ।
शोधकर्ताओं का दावा है कि लगातार छह महीने से अधिक समय तक राई के तेल का सेवन करने से कामकाजी लोगों की याददाश्त को नुकसान पहुंचता है,साथ ही अल्पकालिक याददाश्त के साथ ही सीखने की क्षमता को भी नुकसान पहुंचता है ।
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।