गूगल में नौकरी पाने का ख्वाब पूरी दुनिया के ज्यादातर युवा देखते हैं, लेकिन दिग्गज टेक-कंपनी गूगल करोड़ों की भीड़ में योग्य और मेधावी प्रतिभा को ढूंढ निकालता है...
अब रेलवे की 2 साल तक होने वाली भर्ती प्रक्रिया 6 महीने के भीतर होगी पूरी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अब विवादों से बचने की कवायद में जुटा है। आयोग अपनी छवि और बनाने के लिए परीक्षाओं को और अधिक पारदर्शी बनाना चाह रहा है, जिसके लिए कुछ नियमों में बदलाव किए गए हैं।
प्रसार भारती में निकली वैकेंसी
ओवरएज प्रतियोगियों को दो अतिरिक्त अवसर देने कि बात हो रही थी, उसी लाभ के क्रियान्वयन के लिए योगी सरकार ने इसी साल छात्रों को तोहफा दे दिया।
आज से 10-12 साल पहले तक कुकिंग स्किल्स को ज्यादा इंपॉर्र्टेस नहींदीजाती थी, लेकिन अब टाइम बदल चुका है। शेफ का रोल किचन तक लिमिटेड नहीं रहा। वह टीवी शोज होस्ट करने से लेकर बुक्स लिख रहे हैं, यानी यह एक ग्लैमरस करियर के तौर पर हमारे सामने आया है।
जिस तरह से रोज नएनए प्रोडक्ट मार्केट में लॉन्च हो रहे हैं, उन्हें स्थापित करने की जिम्मेदारी प्रोफेशनल एडवरटाइजर्स पर होती है। एडवरटाइजर्स प्रोडक्ट को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
देश में कानून की पढ़ाई के लिए एक समय में सिर्फ एलएलबी यानी बैचलर ऑफ लॉ की पढ़ाई कराई जाती थी। इसके बाद सीधा युवा अदालत में जाकर प्रैक्टिस का काम शुरू कर देते थे। अनुभव और ज्ञान के साथ ऐसे युवाओं को धीरे-धीरे पद और समाज में प्रतिष्ठा हासिल होती थी। लेकिन आज 12वीं की परीक्षा के बाद पांच वर्षीय
ऑफिस में महज टाइम पर आने-जाने को ड्यूटी समझकर निभाते रहने की बजाय अगर आप आगे बढ़कर नये-नये आइडिया देंगे, बदलते वक्त के अनुसार सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करते हुए उन्हें कामयाबी के साथ निभाएंगे, तो इससे निश्चित रूप से आपकी अलग पहचान बनेगी।
दफ्तर का पहला दिन कौतुहल भरा होता है। मन में कई सवाल उठते हैं। नौकरी मिलने की खुशी के साथ थोड़ी घबराहट भी होती है। हो भी क्यों न, पहला इम्प्रेशन जो डालना होता है।
किसी के लिए भी इंटरव्यू ऐसा मौका होता है, जिसे वह नहीं गंवाना चाहता। कई बार अनजाने में हम से कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं, जिनसे जॉब पाने का मौका हाथ से हमेशा के लिए निकल जाता है।
ब्लॉग भी बिजनेस मार्केटिंग करने का अच्छा माध्यम है। अपनी वेबसाइट से इसका लिंक जोडऩे और नियमित रूप से सामग्री अपडेट कर आप विभिन्न लोगों का इसका लिंक भेज सकते हैं।
यह भ्रम फैलाया जाता है कि सिविल सेवा परीक्षा की दृष्टि से एक-दो विषय ही स्कोरिंग हैं, इस लिए उन्हें ही चुनना चाहिए। लेकिन स्कोरिंग होने के नाम पर यदि कोई ऐसा विषय चुन लिया गया, जिसमें आपकी रुचि नहीं है तो फिर ऐसे में आप स्वयं सोच सकते हैं
आपका उद्देश्य विषय में पास होना और डिग्री लेना नहीं है, बल्कि यूपीएससी परीक्षा में अच्छी रैंक प्राप्त करना होना चाहिए। आपको प्रश्रपत्र का स्वरूप समझने की आवश्यकता है और ये आंकलन करना चाहिए कि आप कितना स्कोर प्राप्त कर पाएंगे।