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जानिए नालंदा यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ रोचक बाते

दुनिया की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटियों में से एक है नालंदा यूनिवर्सिटी। इसकी स्थापना 450 ई. में हुई थी। नालंदा यूनिवर्सिटी प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केंद्र थी।

जानिए नालंदा यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ रोचक बाते

दुनिया की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटियों में से एक है नालंदा यूनिवर्सिटी। इसकी स्थापना 450 ई. में हुई थी। नालंदा यूनिवर्सिटी प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केंद्र थी। पटना से 90 किलोमीटर दूर और बिहार शरीफ से करीब 12 किलोमीटर दक्षिण में, विश्व प्रसिद्ध प्राचीन बौद्ध विश्वविद्यालय, नालंदा के खंडहर स्थित है। आइये जानते है दुनिया की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटियों में से एक नालंदा यूनिवर्सिटी के बारे में रोचक बाते-

1. यहां की लाइब्रेरी में हजारों किताबों के साथ 90 लाख पांडुलिपियां रखी हुई है। यहां पर बख्तियार खिलजी ने आक्रमण कर आग लगा दी थी जिसे बुझाने में 6 महीने से ज्यादा का वक़्त लगा था।

2. तक्षशिला के बाद नालंदा को दुनिया की दूसरी सबसे प्राचीन यूनिवर्सिटी माना जाता है। ये 800 साल तक अस्तित्व में रही।

3. यहां पर विद्यार्थियों का चयन मेरिट के आधार पर होता था और निःशुल्क शिक्षा दी जाती थी। इसके साथ उनका रहना और खाना भी पूरी तरह निःशुल्क था।

4. इस यूनिवर्सिटी में 10 हजार से ज्यादा विद्यार्थी और 2700 से ज्यादा अध्यापक थे।

5. यूनिवर्सिटी में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि कोरिया, जापान, चीन, तिब्बत, इंडोनेशिया, ईरान, ग्रीस, मंगोलिया समेत कई दूसरे देशो के स्टूडेंट्स भी पढ़ाई के लिए आते थे।

6. नालंदा यूनिवर्सिटी की स्थापना 5वीं शताब्दी में गुप्त वंश के शासक सम्राट कुमारगुप्त ने की थी। नालंदा में ऐसी कई मुद्राएं भी मिली है जिससे इस बात की पुष्टि भी होती है।

7. नालंदा की स्थापना का उद्देश्य ध्यान और आध्यात्म के लिए स्थान बनाने से था। ऐसा भी कहा जाता है कि गौतम बुद्ध ने कई बार यहां की यात्रा की और रुके भी।

8. यूनिवर्सिटी में ‘धर्म गूंज’ नाम की लाइब्रेरी थी। इसका मतलब ‘सत्य का पर्वत’ से था। लाइब्रेरी के 9 मंजिलों में तीन भाग थे जिनके नाम ‘रत्नरंजक’, ‘रत्नोदधि’, और ‘रत्नसागर’ थे।

9. उस दौर में यहां लिटरेचर, एस्ट्रोलॉजी, साइकोलॉजी, लॉ, एस्ट्रोनॉमी, साइंस, वारफेयर, इतिहास, मैथ्स, आर्किटेक्टर, भाषा विज्ञानं, इकोनॉमिक, मेडिसिन समेत कई विषय पढ़ाएं जाते थे।

10. नालंदा यूनिवर्सिटी में हषवर्धन, धर्मपाल, वसुबन्धु, धर्मकीर्ति, आर्यवेद, नागार्जुन के साथ कई अन्य विद्वानों ने पढ़ाई की थी।

11. नालंदा यूनिवर्सिटी का इतिहास चीन के हेनसांग और इत्सिंग ने खोजा था। ये दोनों 7वीं शताब्दी में भारत आए थे। इन दोनों ने इसे दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी भी बताया था।

12. यूनिवर्सिटी में लोकतान्त्रिक प्रणाली थी। कोई भी फैसला सभी की सहमति से लिया जाता था। यानि सन्यासियों के साथ टीचर्स और स्टूडेंट्स भी राय देते थे।

13. 1.5 लाख वर्ग फीट में नालंदा यूनिवर्सिटी के अवशेष मिले है। ऐसा माना जाता है कि ये सिर्फ यूनिवर्सिटी का 10 प्रतिशत हिस्सा ही है।

14. नालंदा शब्द संस्कृत के तीन शब्द ‘ना +आलम +दा’ के संधि-विच्छेद से बना है। इसका अर्थ ‘ज्ञान रूपी उपहार पर कोई प्रतिबंध न रखना’ से है।

15. नालंदा की तर्ज पर नई नालंदा यूनिवर्सिटी बिहार के राजगिर में बनाई गई है। इसे 25 नवंबर, 2010 को स्थापित किया गया।

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