ग्रस्त लोगों की मदद के लिए एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया | बारिश की अधिकता की वजह से फसल को भारी नुकसान हुआ है |
महाराष्ट्र का मराठवाड़ा बीते पांच सालों से सूखे की चपेट में था। यहां इन पांच वर्षों में से तीन वर्षों में 30 फीसदी कम बारिश दर्ज हुुई। 95 फीसदी तक बांध सूख गए थे। यहां तक कि पीने के पानी तक की किल्लत थी। लेकिन अब किसानों कुछ वर्षों के लिए निश्चिंत हो गए है |
हालांकि, अब बारिश की वजह से बांधों में इतना पानी स्टोर हो चुका है कि किसान अगले कुछ वर्षों के लिए निश्चिंत हो गए हैं। कई इलाकों में भू-स्तर सामान्य हो गया है।
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