गांधीनगर. गुजरात विधानसभा चुनाव में आज पहले चरण के मतदान के लिए वोटिंग संपन्न हुई। इस दौरान 98 सीटों पर लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि एक गांव ऐसा भी रहा जिसने मत का बहिष्कार दिया। मामला मोरबी जिले के गांव का है जहां एक भी मत नहीं पड़ा। यह लोगों ने मतदान का बहिष्कार इसलिए किया क्योंकि उन्हें बिपासा नहीं मिला। दरअसल, यहां बिपासा का मतलब है बिजली, पानी और सड़क से होता है। मोरबी स्थित गजाड़ी गांव के कुछ हजार मतदाताओं ने इस बार मतदान बहिष्कार का फैसला लिया था। मतदाताओं ने अपने गांव में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के विरोध में मत का बहिष्कार किया।
गांव के लोगों की पहली शिकायत है पानी की कमी है और उनके गांव में सड़क भी नहीं है। ग्रामीणों को बिजली की अनियमित आपूर्ति पर भी परेशानी भी जताई है। अक्सर चुनावी दल आकर यहां वादे तो करते हैं लेकिन कभी यह वायदा पूरा नहीं होता है। एक मतदाताओं ने कहा सुविधा नहीं तो वोट नहीं। इस गांव में 1065 मतदाता पंजीकृत हैं जिसमें से 506 महिलाएं हैं।
वहीं इससे पहले सूरत, सौराष्ट्र और कच्छ में खराब EVM की शिकायत भी प्राप्त हुई है। बताया गया कि करीब 70 EVM सिर्फ सूरत के शहरी इलाकों में खराब निकली। इसे साथ ही कच्छ से 9, भुज में 9, रौपड़ अब्दासा में 1-1, अमरेली, रजौला और सावरकुंडला में 3-3 और मुंद्रा में 2 EVM खराब निकले।
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।