गायक सोनू निगम के समर्थन में उतरे हिंदू संगठन 7 मस्जिदों के खिलाफ NGT में की याचिका दायर...[ प्रतीकात्मक फोटो ] जबरदस्ती का धर्म प्रचार दुख ही देता है और किसी को पीड़ा देना कहां धर्म हो सकता है वह तो अधर्म ही है। अजान से नींद टूटने को लेकर ट्वीट करने के बाद सुर्खियों में आए सिंगर सोनू निगम को लेकर धार्मिक संगठनों ने भी अपनी राय देनी शुरू की है जिसमें यमुनापार के भी अधिकतर हिंदू संगठन शामिल..गायक सोनू निगम द्वारा मस्जिद से लाउडस्पीकर द्वारा तेज आवाज में होने वाली अजान पर आपत्ति दर्ज करते ही हर ओर से कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। खुद को धर्म निरपेक्ष कहने वाले तमाम नेताओं एवं फिल्म जगत की हस्तियों तक सभी से मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। अब ऐसे में बहुत से धार्मिक संगठनों ने भी अपनी राय देनी शुरू की है जिसमें यमुनापार के भी अधिकतर हिंदू संगठन शामिल हैं जो कि सोनू निगम के समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं। हिंदू संगठन ने दी हुई हैं शिकायतें अखंड भारत मोर्चा की ओर से पूर्वी दिल्ली की सात मस्जिदों के खिलाफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में याचिका दायर की गई है। जिसमें कहा गया है कि दिल्ली पुलिस के स्थायी आदेश 363/2009 के अनुसार 55 बेसिबल (डीबी) से अधिक तेज आवाज नहीं होनी चाहिए। विभिन्न सबूतों फोटोग्राफ के आधार पर याचिका भी दायर की गई।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डीपीसीबी) में दर्ज शिकायतों के साथ याचिका दाखिल की गई जिसपर सुनवाई भी पूरी हो चुकी है। आरोप है कि एनजीटी कोर्ट ने सातों मस्जिदों के प्रबंधकों को सुनवाई के दौरान कभी भी नहीं बुलाया। संगठन के अध्यक्ष संदीप आहूजा का आरोप है कि न्यायाधीश डॉ. नवाद रहीम ने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए आदेश पांच माह से रोक रखा है जबकि तीन माह से अधिक फैसला नहीं रोका जा सकता। पांच बजे से पूर्व ही तेज आवाज में अजान शुरू हो जाती है अखंड भारत मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप आहूजा का कहना है कि सात ऐसे इलाकों की शिकायतें दी हुई हैं जहां तड़के पांच बजे से पूर्व ही तेज आवाज में अजान शुरू हो जाती है जबकि नियमानुसार सुबह छह बजे से पूर्व किसी भी प्रकार के साउंड सिस्टम का प्रयोग दंडनीय अपराध है। इस बाबत कई बार सौ नंबर पर कॉल कर शिकायत दी जा चुकी है जिसका विवरण भी एनजीटी कोर्ट में पेश किया गया था मगर अभी तक कोई हल नहीं निकला। किसी को पीड़ा देना कहां धर्म हो सकता है वह तो अधर्म ही है..वेस्ट गोरख पार्क शाहदरा राजमाता झंडे वाला मंदिर के स्वामी राजेश्वरानंद महाराज का कहना है कि हमारी संस्कृति तो यहां तक शिक्षा देती है कि अगर प्रात: काल के समय हम कोई भी पाठ कर रहे हैं और हमारे पाठ उच्चारण से कोई परिवारिक सदस्य परेशान हो रहा है या हम किसी से जबरन पूजा पाठ करवा रहे हों तो वह भी धार्मिक अपराध ही है। फिर सोनू निगम के इस बयान पर इतना बवाल क्यों हो रहा है।
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