वर्ष 2017 का अर्थशास्त्र का नोबेल सम्मान रिचर्ड थेलर को मिला है। उनके नाम की घोषणा होने के बाद सोशल मीडिया पर एक ट्वीट तेजी से वायरल होने लगी। इस ट्वीट के जरिए उन्होंने मोदी सरकार के उस फैसले का समर्थन किया था, जिसके खिलाफ न केवल विपक्ष बल्कि खुद BJP के नेता भी आलोचना करते हैं। तमाम अर्थशास्त्री से लेकर रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन तक से सरकार के उस फैसले का विरोध किया, लेकिन रिचर्ड ने मोदी सरकार के नोटबंदी का समर्थन करने हुए उसे एक सही फैसला बताया।
नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद रिचर्ड ने एक ट्विट कर उसका समर्थन किया, लेकिन जब उन्हें पता चला कि नोटबंदी के बाद सरकार 2000 का नोट भी ला रही है तो उन्होंने अफसोस जताया। रिचर्ड ने नोटबंदी को कैशलेश इकोनॉमी की ओर बढ़ने वाला और भष्टाचार को खत्म करने वाला कदम बताया था। रिचर्ड जैसे विख्यात अर्थशास्त्री द्वारा समर्थन मिलने पर मोदी सरकार के आलोचकों को एक बड़ा धक्का लगा था।
रिचर्ड ने न केवल नोटबंदी का समर्थन किया बल्कि PM नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए जनधन योजना की भी तारीफ की थी। भले ही मोदी सरकार को नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने नोटबंदी पर समर्थन मिला हो, लेकिन खुद पार्टी के नेताओं ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाए है। पार्टी नेता यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी ने नोटबंदी को घातक फैसला करार दिया था।
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