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आयुर्वेद के अनुसार जामुन खाने के फायदे, जाने जामुन खाने का सही तरीका

जामुन भारत मे अत्यधिक पसंद किया जाने वाला फल है। अक्सर यहाँ के लोग जामुन खाना पसंद करते हैं।आम का मौसम शुरू होते ही जामुन भी बाजार में आने लगता है। जामुन के बहुत से स्वास्थ्य लाभ हैं।

आयुर्वेद के अनुसार जामुन खाने के  फायदे, जाने जामुन खाने का सही तरीका

जामुन-

जामुन भारत मे अत्यधिक पसंद किया जाने वाला फल है। अक्सर यहाँ के लोग जामुन खाना पसंद करते हैं। मगर बहुत से लोगों को जामुन खाने के सही तरीके और फायदे के बारे में नहीं पता है। तो आइये जानते हैं जामुन खाने के फायदे और सही तरीका।

जामुन खाने के फायदे-

आम का मौसम शुरू होते ही जामुन भी बाजार में आने लगता है। जामुन के बहुत से स्वास्थ्य लाभ हैं। जैसा कि हम जानते हैं जामुन गर्मियों के मौसम में आता है। इसके पीछे भी एक कारण है जामुन लू लग जाने पर उसे दूर करने में काफ़ी मदद करता है। इसमें विटामिन बी और आयरन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसको खाने से कैंसर, मुँह के छाले आदि रोगों से छुटकारा मिलता है। अगर आपको रोग मुक्त होना है तो जामुन को नमक मिला कर खाइए।

जामुन के फायदे लीवर की समस्या में -

अगर आपको लीवर की समस्या है तो जामुन का रस पिएं। रोज सुबह-शाम जामुन के रस का सेवन करने से आपकी लीवर की समस्या ख़त्म हो जाएगी। 

जामुन के फायदे मधुमेह में -

जामुन एक ऐसा फल है जिसे शुगर रोगी बिना किसी परेशानी के खा सकते हैं। जामुन रक्त में शक्कर की मात्रा को नियंत्रित करता है, जामुन के मौसम में इसके नियमित सेवन से डायबटीज के मरीज को फायदा होता है। इससे मधुमेह के मरीज को होने वाली समस्याएं जैसे बार-बार प्यास लगना और बार-बार पेशाब होना आदि में भी लाभ मिलता है। इसलिए आप प्रतिदिन 200 ग्राम जामुन का सेवन करें। जामुन की गुठली ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में बहुत अच्छी मानी जाती है। 100 ग्राम जामुन की गुठली लेकर इसे अच्छी तरह पीसकर कर पाउडर बनालें। रोज सुबह-शाम 3 ग्राम गुठली पाउडर का सेवन करें। इससे आपका मधुमेह जड़ से खत्म हो जाएगा। 

जामुन के उपयोग त्वचा निखारने मे-

जामुन त्वचा का रंग निखारने में भी बहुत लाभदायक माना जाता है। जिन लोगों को सफेद दाग हैं उनके लिए जामुन बहुत ही फायदेमंद होता है। जामुन का पेस्ट बना कर उसे अपने सफेद दागों पर लगाएं, इससे आपके दाग हल्के पड़ने लगेंगे और थोड़े समय बाद हट जाएँगे।

जामुन के फायदे पेट की समस्या में -

अगर आपको हमेशा पेट की समस्या रहती है और खाना भी नही पचता तो आप रोज नाश्ते के बाद 100 ग्राम जामुन का सेवन करें। इससे आपकी पेट की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। अगर आपके पेट में मरोड़, ऐंठन आदि की समस्या है तो जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से फायदा मिलेगा। जामुन की छाल को घिसकर पानी के साथ दिन में एक दो बार सेवन करने से अपच, पेट ख़राब की समस्या दूर होती है। 

जामुन के पत्ते के फायदे मसूड़े के लिए -

अगर आपको पायरिया की शिकायत है तो जामुन की गुठली में थोड़ा नमक मिलाकर इसे बारीक पीस लें। अब इस मिश्रण को रोज अपने दांतो और मसूड़ों पर मलें। इससे खून निकलना बंद हो जाएगा और आपकी पायरिया की शिकायत दूर हो जाएगी। अगर आपके मसूड़े कमजोर हैं तो जामुन के पत्तों की राख का मंजन करने से लाभ मिलता है। अगर आपके मसूड़े से खून आता है या कोई अन्य समस्या जैसे मसूड़ों में सूजन आदि है तो जामुन के कोमल पत्तों को पानी मे उबाल कर पानी से कुल्ला करने पर फायदा होता है। अगर कोई मुंह की दुर्गंध से परेशान है तो जामुन के पत्ते चबाने और उसे चूसने से आपकी दुर्गंध ख़त्म हो जाती है।

जामुन के फायदे एनीमिया मे -

जामुन में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन और विटामिन जो कि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में खून की कमी हो तो उसे जामुन का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिये। इससे शरीर में खून का स्तर बढ़ जाता है।

जामुन का सिरका बेनिफिट्स अतिसार में -

जामुन की छाल महिलाओं मे अतिसार (Diarrhea) की समस्या में फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी अतिसार में फायदेमंद है। इसके लिए जामुन की छाल को पानी में उबालें और जब यह पानी एक चौथाई रह जाए तो इसे छानकर 2 से तीन बार धनिया और जीरे के चूर्ण के साथ सेवन करने से फायदा मिलेगा। 

जामुन की गुठली का चूर्ण पथरी की समस्या में -

अगर किसी को पथरी की समस्या है तो जामुन की गुठली के पाउडर को दही के साथ लेने से लाभ मिलता है। जामुन का फल खाने से भी पथरी में फायदा होता है। 

 जामुन के फायदे गढिया मे-

जामुन गठिया के उपचार में भी उपयोगी है। इसकी छाल को खूब उबालकर बचे हुए घोल का लेप घुटनों पर लगाने से गठिया में आराम मिलता है। 

जामुन की गुठली का चूर्ण घाव के लिए -

अक्सर नए जूते पहने से पांव में छाले पड़ जाते हैं। ऐसे समय पर जामुन की गुठली पीस कर लगाने से आपका दर्द दूर हो जाएगा। अगर आपको घाव हो गया है तो जामुन की गुठली को सुखाकर पीस लें, फिर उस पाउडर में पानी डालकर पेस्ट बनाकर घाव पर लगाने से फायदा मिलता है। 

जामुन खाने का सही तरीका- 

जामुन मे हमेशा लाल नमक मिलाकर खाना चाहिए। 

जामुन को कभी खाली पेट नहीं खाना चाहिए।

जामुन खाने के तुरंत बाद कभी भी दूध नहीं पीना चाहिए। 

दूध पिलाने वाली महिलाओं को जामुन का सेवन नही करना चाहिए।

जामुन कभी अधिक मात्रा मे नही खाना चाहिए। 

बहुत अधिक मात्रा में जामुन खाने से खाँसी हो जाती है और यह फेफड़े के लिए हानिकारक साबित होती है।

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