लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने हनुमान जी की जाति बताने वाले मामले को लेकर BJP पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि समाज को जातियों में बांटने के बाद अब देवी-देवताओं को भी जाति में बांटने की राजनीति शुरू हो गई है। सांप्रदायिकता की राजनीति फैलाने वालों से लोगों को सावधान रहने की जरुरत है।
बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम में BSP प्रमुख मायावती ने कहा कि जाति और संप्रदाय की राजनीति से सामाजिक भेदभाव का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भगवान हनुमान को दलित समुदाय का बताने वाले कथित बयान का जिक्र करते हुए कहा कि वोट और चुनावी स्वार्थ की राजनीति में BJP के सीनियर नेता भी अब देवी-देवताओं और आस्थाओं को नहीं बख्श रहे हैं। इस तरह की राजनीति पर अंकुश लगाना चाहिए।
सुश्री मायावती ने दावा किया कि सरकार दलितों और गरीबों की हितैषी सभी संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के मामलों में सरकार की नीति और रणनीति भी ठीक नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र की BJP सरकार जब-जब किसानों को बड़े-बड़े लुभावने वायदों में बहकाने का प्रयास करती है, तब-तब किसान सरकार की गलत नीति और रवैये का विरोध करने के लिये दिल्ली की सड़कों पर उतरते हैं। सरकार 2021 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का दावा कर रही है जबकि आज किसान कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है।
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।