
केंद्र सरकार ने 2000 रुपये के नोट को बाजार से वापस लेने को लेकर बड़ा बयान दिया है. सरकार का कहना है कि 2000 रुपये के नोट को वापस लेने की कोई योजना नहीं है I
नोटबंदी के करीब 2 साल पूरे होने से पहले शुक्रवार को केंद्र सरकार ने कहा देश के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नोटबंदी के दौरान जमा नोटों का वैरिफिकेशन पूरा कर लिया है और इसके साथ ही इन नोटों को नष्ट करने का मामला एक मुद्दे से ज्यादा नहीं है. टीवी न्यूज चैनल विभिन्न एजेंसी के हवाले से खबरें चला रहे हैं I
केंद्र सरकार ये भी कहा कि नोटबंदी के अवैध करार कर दिए गए 500 और 1000 रुपये के नोट RBI ने वेरिफिकेशन के बाद नष्ट कर दिए गए हैं. पिछले साल RBI ने बताया था कि नोटबंदी के बाद 90% नोट बैकिंग सिस्टम में वापस आ गए थे I
हालांकि इस मामले में सरकार बार बार ये बात दोहराती रही है कि उसका 2000 रुपये के नोट को वापस लेने का कोई प्रस्ताव नहीं है. पिछले साल वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया संसद में लिखित जवाब देते हुए ये बात कही थी I
इस साल अप्रैल में कुछ राज्यों में नकदी की कमी हो गई थी और कई ATM खाली हो गए थे. इस पर सरकार ने कहा कि ये बाजार में रुपये की अचानक मांग की वजह से हुई. इसकी वजह 2000 रुपये के नए नोटों में कमी बताई गई थी. इसके अलावा 200ल रुपये के नोट के लिए ATM के कैसेसट्स बदले गए थे I
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।