
जनपद-बलरामपुर। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा जहाँ जिले में क्राइम कंट्रोल करने के लिए कमर कस कर पीड़ितों को न्याय दिलाने की भरसक प्रयास करते हैं ।लेकिन पत्रकार जो पुलिस और प्रशासन का सहयोग करता है और पीडितो को न्याय और क्राइम कंट्रोल के हर खबर को प्राथमिकता से प्रकाशित करके जुर्म को कम करने की इस मुहिम में बराबर पुलिस अधीक्षक महोदय का साथ देता है, और वही पीड़ित होकर पुलिस के सामने खड़ा होकर न्याय मांगे और कार्यवाही की मांग करे और कार्रवाई ना हो ,तो बताओ कितना बड़ा दुर्भाग्य है । जिन पुलिसकर्मीयों के कंधे पर पत्रकार को न्याय देने की जिम्मेदारी है। वह सुबह, दोपहर हो या शाम आरोपी की दुकान पर मलाई चमचम, रसमलाई, कालाजाम, से लेकर चाय छोटे-छोटे बच्चों के हाथों से पीते हो तो बताइए यहाँ वही शोले पिक्चर की डायलॉग याद आ जाएगी की "सरदार हमने आप का नमक खाया है "। जिस दुकान पर मलाई चमचम मिलता हो,तो बताओ बालश्रम और ऑपरेशन मुस्कान की बात बड़े-बड़े मंच पर करने वाले सांसद,विधायक,मंत्री जी के साथ रहने वाले नेताजी कहां रह पायेंगे । वह भी तो छोटे-छोटे बच्चों के हाथ से चाय का स्वाद लेंगे और मलाई चमचम खाएंगे। जिसके हाथों में कलम किताब और विद्यालय का ड्रेस देकर उसके सुनहरे भविष्य की जिम्मेदारी का सपना दिखाकर वोट लेते हैं ।जब पत्रकार पहुंचेगा और वह दुनिया और समाज को पुलिस और नेता के साथ बड़ी बड़ी बात करने वाले लोगों को मिलावटी मिठाई और ऑपरेशन मुस्कान का असली चेहरा समाज को दिखाना चाहेगा। तो बताओ बुरा किसे नहीं लगेगा। और दुकानदार का हौसला तो बुलंद है ही साहब और सांसद ,विधायक और मंत्री जी के साथ बगल में बैठ कर फोटो खिंचवाने वाले छुटभैया नेता जो सुबह से लेकर शाम तक कहीं ना कहीं दुकान की मलाई चमचम का स्वाद चख लेते हैं। तो वह कैसे हमें गलत साबित होने या मेरी कोई गुंडागर्दी में मेरा साथ नहीं देंगे। हुआ यही की दुकान की कमियों को कवरेज करने पर पत्रकार को दर्जनों लोगों ने बेरहमी से मारा पीटा और सामान छीन लिया। जब पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में पत्रकारों ने मामला दिया तो मुकदमा तो लिख लिया गया। लेकिन कार्यवाही तो उसी मलाई चमचम वालों के भरोसे हैं 3 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक ना तो पत्रकार का सामान बरामद किया गया और ना ही कार्यवाही की गई। थाने में लाए गए आरोपियों को भी छोड़ दिया गया ।वो फिर आ कर मलाई चमचम खिला रहे हैं । ऐसी परिस्थितियों में नहीं लगता कि वेतन सरकार का लेकर मलाई चमचम दुकानदार की खाकर पत्रकार को न्याय दे भी पाएंगे।
जहाँ पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा बलरामपुर में क्राइम खत्म करने और जनपद के लोगों में न्याय दिलाने के लिए सुबह से लेकर रात तक पुलिस अधीक्षक न बनकर एक न्यायप्रिय पुलिस अघिकारी बनकर लोगों को न्याय दिलाने के लिए पूरी मेहनत करके पसीना बहा रहे हैं । क्या मलाई चमचम खाने वाले नेता व पुलिसकर्मी पुलिस अधीक्षक के न्याय दिलाने के मिशन और केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार के सबका साथ ,सबका विकास, सबका विश्वास कायम रखने और योगी सरकार के योजनाओं को मिलावटी सामान पर कार्यवाही और ऑपरेशन मुस्कान का सपना कैसे होगा पूरा यह एक सोचने का विषय है।
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