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उत्तराखंड के सबसे युवा CM बनेंगे "पुष्कर सिंह धामी", जाने कौन हैं पुष्कर सिंह धामी? 

उत्तराखंड के CM तीरथ सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद अब नये सीएम के रूप में पुष्कर सिंह धामी शपथ ग्रहण करेंगें।

उत्तराखंड के सबसे युवा CM बनेंगे पुष्कर सिंह धामी, जाने कौन हैं पुष्कर सिंह धामी? 

उत्तराखंड के सबसे युवा CM बनेंगे "पुष्कर सिंह धामी", जाने कौन हैं पुष्कर सिंह धामी? 

देहरादून: उत्तराखंड के CM तीरथ सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद अब नये सीएम के रूप में पुष्कर सिंह धामी शपथ ग्रहण करेंगें। इन्हें शनिवार को ही बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है। धामी शनिवार शाम को 6 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। धामी तीरथ सिंह रावत की जगह लेंगे जिन्होंने पदभार ग्रहण करने के चार महीने के अंदर ही शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होंगें पुष्कर सिंह धामी 

पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री होंगे। 46 साल के धामी उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होंगे। उत्तराखंड की खटीमा विधानसभा सीट से लगातार दो बार से विधायक धामी का नाम मुख्यमंत्री की रेस में था। भगत सिंह कोश्यारी के करीबी माने जाने वाले धामी ने भाजपा की युवा इकाई से राजनीति की शुरुआत की थी और 2002 से 2008 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 

युवा मोर्चा का नेतृत्व संभालने के बाद उन्होंने प्रदेश भर में घूम-घूमकर यात्राएं की थीं और बेरोजगार युवाओं को एक साथ जोड़कर बड़ी रैलियां कर युवा नेता के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई थी। प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में ही चुनाव होने हैं ऐसे में युवाओं में उनकी पकड़ को देखते हुए बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया है। 

कौन हैं पुष्कर सिंह धामी ? 

पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट तहसील के एक गांव में टुण्डी में धामी का जन्म एक सैनिक परिवार में हुआ था। उन्होंने सरकारी स्कूल में ही अपनी शिक्षा पूरी की। पढ़ाई के दौरान की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सम्पर्क में आए और 1990 से लेकर 1999 तक परिषद के कार्यकर्ता के रूप में काम किया। 

इसके बाद वह भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े और 2002 से 2008 तक प्रदेश में युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर एकजुट किया। इस दौरान उनकी बड़ी सफलता तत्कालीन सरकार से राज्य के उद्योगों में युवाओं के लिए 70 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा करवाना रही। 

2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के द्वारा उन्हें खटीमा सीट से उम्मीदवार बनाया गया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। 2017 में दोबारा वे खटीमा सीट से विधायक बने और अब प्रदेश के सीएम के रूप में बागडोर संभालने जा रहे हैं।

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