बहराइच, 18 नवम्बर। तहसील महसी अन्तर्गत ग्राम कोटिया मैकूपुरवा निवासी गरीब परिवार चन्दर निषाद के घर लगभग 14 माह पूर्व बालिका का जन्म हुआ था परिवार अभी बेटी की जन्म की खुशियाॅ ठीक से मना भी नहीं पाया था कि परिवार के लोग यह जानकर अत्यन्त दुखी हुए कि नवजात बच्ची सुनीता के शरीर में मल त्यागने का द्वार ही बन्द है और बच्ची के दाहिने हाथ का अंगूठा भी नहीं है। बच्ची में शारीरिक अक्षमता को देख कर पिता चन्दर निषाद के साथ माता रेखा देवी काफी उदास हुए। खेत खलिहान में मज़दूरी करके जीवकोपार्जन करने वाला परिवार अपने अस्तर से बच्ची के इलाज का प्रयास करता रहा और इस प्रयास में लगभग 14 माह गुज़र गया।
बच्ची के इलाज के लिए अपने स्तर से प्रयास करने वाले परिवार को एक क्षेत्रीय नेक आदमी सुधाकर मिश्रा 01 नवम्बर 2019 को जिलाधिकारी के जनता दर्शन में लेकर आये और बच्ची के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की। जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने बच्ची के माता-पिता को आश्वस्त किया कि सुनीता के इलाज का सम्पूर्ण खर्च वह स्वयं उठायेंगे। इलाज के लिए यदि आवश्यकता पड़ी तो बच्ची का इलाज लखनऊ अथवा दिल्ली के नामचीन चिकित्सा संस्थान में भी कराया जायेगा।
जिलाधिकारी ने तत्काल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से वार्ताकर बच्ची को माता-पिता के साथ जिला चिकित्सालय भेजा। जहाॅ पर शल्य चिकित्सक डाक्टर एफ.आर. मलिक ने बच्ची का परीक्षण कर 04 नवम्बर 2019 को सर्जरी की तिथि निर्धारित कर दी। निर्धारित समय में जिला चिकित्सालय पहुॅची बच्ची का सफल आपरेशन हुआ और 12 नवम्बर 2019 को सुनीता को जिला चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गयी। जिला चिकित्सालय के शल्य चिकित्सक डाक्टर एफ.आर. मलिक ने बताया कि बच्ची सुनिता एक्टाॅपिक एनस बीमारी से ग्रस्त थी जिसका एनोप्लास्टी सफल आपरेशन किया गया है। वर्तमान समय में बच्ची स्वस्थ है।
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