
पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाने के केंद्र सरकार के निर्णय को मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने राहत भरा कदम, तो मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने मजाक बताया है।
बात ये है कि गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेट्रोल और डीजल के दामों में ढाई रुपए प्रति लिटर कम करने की घोषणा की थी। इसके बाद राज्य सरकारों ने पेट्रोल-डीजल के दामों में ढाई रुपए से लेकर पांच रुपए तक की कमी की गई है। जिससे उपभोक्ताओं को लाभ मिला है।
आपको बता दें कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा पेट्रोल तथा डीजल से टैक्स घटाने को जनता को राहत देने वाला कदम बताते हुए इसका स्वागत किया है।
उन्होंने टैक्स कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने फसलों के समर्थन मूल्य के बाद लगातार दूसरे दिन बड़ा फैसला लेते हुए जनता को राहत पहुंचाई है।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि केंद्र सरकार ने डेढ़ रुपए कम करके जनता को कोई राहत नहीं दी है।
पिछले चार महीनों में पेट्रोल-डीजल के जो दाम बढ़े हैं, उसे देखते हुए यह बहुत कम है और ऊंट के मुंह में जीरा है। महंगाई से त्रस्त जनता के साथ यह एक क्रूर मजाक है। उन्होंने कहा कि केंद्र को राज्य सरकारों पर भी दबाव बनाना चाहिए कि वे पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का प्रस्ताव भेजें।
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