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शान्ति की आवाज को पूरे विश्व में बुलन्द करना चाहते हैं-डा. जगदीश गाँधी

शान्ति की आवाज को पूरे विश्व में बुलन्द करना चाहते हैं-डा. जगदीश गाँधी

शान्ति की आवाज को पूरे विश्व में बुलन्द करना चाहते हैं-डा. जगदीश गाँधी

लखनऊ, 18 अप्रैल। 17 देशों से पधारे 168 पश्चिमी शास्त्रीय संगीतज्ञों की आम राय है कि संगीत विश्व को एकता के सूत्र में पिरोने में सक्षम है। वह इसलिए की संगीत की भाषा सभी समझते हैं, चाहे पश्चिमी संगीत हो चाहे शास्त्रीय संगीत हो और चाहे किसी भी देश का राष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगीत हो। सभी संगीत प्रेम, दया, करुणा, आपसी सौहार्द व सामाजिक संरचना की सीखे देते हैं, पूरे विश्व को जोड़ने की सीख देते हैं। यह सभी संगीतज्ञ सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से रूबरू हुए। यह सभी संगीतज्ञ सिटी मोन्टेसरी स्कूल के विशेष आमंत्रण पर लखनऊ पधारे हैं, जो कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल के साठ साल (1959-2019) पूरे होने पर आयोजित ‘डायमण्ड जुबली समारोह’ में 20 अप्रैल, शनिवार को सायं 6.30 बजे से सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में भव्य प्रस्तुति देंगे। इस समारोह का उद्घाटन प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित करेंगे। इस अवसर पर आस्ट्रिया के राजदूत श्री ब्रिजिट ओपिन्जर वाल्शोफर, लक्जमबर्ग के राजदूत श्री जीन क्लाउडिया कॉन्जनर, ए.बी.आर.एस.एम. के कामर्शियल डायरेक्टर श्री जेरेमी फिलिप्स, डोमिनिकन गणराज्य के नेशनल यूथ आर्केस्ट्रा के डायरेक्टर श्री अल्बर्टो रिन्कॉन, प्रख्यात संगीतज्ञ श्री विजय उपाध्याय एवं इण्डियन नेशनल यूथ आर्केस्ट्रा एवं क्वायर की मैनेजिंग डायरेक्टर सुश्री सोनिया खान आदि विशिष्ट अतिथि के रूप में गरिमामय उपस्थिति दर्ज करायेंगे।

            सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि संगीत दुनियाँ को एक कर सकता है। संगीत की एक ही भाषा है और वह है प्यार। प्यार की भाषा सभी समझते हैं। अतः संगीत आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इस संगीत समारोह के माध्यम से हम एकता व शान्ति की आवाज को पूरे विश्व में बुलन्द करना चाहते हैं। डा. गाँधी ने बताया कि इस संगीत समारोह के प्रतिभागी संगीतज्ञों में आस्ट्रिया, बुल्गारिया, चीन, डोमिनिकन गणराज्य, फ्रांस, जार्जिया, जर्मनी, ईरान, इटली, लक्जमबर्ग, रोमानिया, रूस, स्लोवेनिया, स्विटजरलैंड, ब्रिटेन, बांग्लादेश एवं भारत के संगीतज्ञ शामिल हैं। इसके अलावा, देश के 11 राज्यों दिल्ली, कर्नाटक, मणिपुर, महाराष्ट्र, नागालैण्ड, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, बेंगलूरू, मिजोरम एवं आन्ध्र प्रदेश के संगीतकार भी प्रतिभाग कर रहे हैं।

            देश इस वर्ष महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती भी मना रहा है। इस अवसर पर पश्चिमी शास्त्रीय संगीत समारोह में शामिल कलाकार महात्मा गाँधी के दो सुप्रसिद्ध भजन ‘सबको सन्मति दे भगवान’ पर आधारित एक विशेष संगीत रचना ‘सन्मित’ के माध्यम से अपनी प्रस्तुति को यादगार बनायेंगे। इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रियन और यूरोपीय संगीत कलाकारों के द्वारा विश्वप्रसिद्ध शूबर्ट, चायस्कोस्की और ग्रीग की कृतियों पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। पश्चिमी शास्त्रीय संगीत का संचालन वियना विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध संगीतकार विजय उपाध्याय एवं इण्डियन नेशनल यूथ आर्केस्ट्रा एवं क्वायर की मैनेजिंग डायरेक्टर सुश्री सोनिया खान द्वारा किया जायेगा। इस आयोजन को जसुभाई फाउंडेशन, रॉयल स्कूल्स ऑफ म्यूजिक, लन्दन, फर्टाडोस म्यूजिक और ऑस्टेलियन कल्चरल फोरम के एसोसिएशन बोर्ड का समर्थन प्राप्त है।

 

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