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मोदी सरकार एक बार फिर से आरोपों के घेरे में है। इस बार आरोप किसी राजनीतिक पार्टी ने या किसी राजनेता ने नहीं लगाए है, बल्कि एक विदेशी अखबार ने लगाए है। अखबार ने जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर बार करते हुए कहा कि उग्र राष्ट्रवाद के नाम के बदले मोदी सरकार को हिंसा स्वीकार्य है। इतना ही नही अखबार ने कहा कि यहां कि अदालतों भी सुरक्षित नही है। अखबार ने मोदी को सलाह देते हुए लिखा है कि देश की स्थिति तभी ठीक हो पाएगी जब मोदी अपने मंत्रियों और पार्टी को काबू में करे और मौजूदा संकट को खत्म करे। इसके इलावा फ्रांस के एक अखबार ने भी मोदी के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा कि मोदी के सत्ता में आने से भारतीय लोकतंत्र में काफी बदलाव आए है। इस समाचार पत्र ने भी कैन्हया और प्रोफेसर की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा कि हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय ध्वज का बचाव कर रहें। इससे यह साफ हो रहा है कि मोदी सरकार में पूर्ण तरीके से काम नही हो पा रहें इस लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसकी समीक्षा करना चहिए।
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