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धर्म-अध्यात्म

कल शनि प्रदोष: संध्या काल में दुर्भाग्य और दरिद्रता नाश के लिए करें उपाय

कल शनिवार दिनांक 06.02.16 को शनि प्रदोष है। शनिदेव नवग्रहों में से एक हैं और शास्त्रों में वर्णन है कि इनका कोप अत्यन्त भयंकर होता है। शास्त्रानुसार शनि प्रदोष व्रत करने से शनि देव का प्रकोप शान्त हो जाता है। जिन लोगों पर साढ़ेसाती और ढैया का प्रभाव हो, उनके लिए शनि प्रदोष व्रत करना विशेष ह

कल शनि प्रदोष: संध्या काल में दुर्भाग्य और दरिद्रता नाश के लिए करें उपाय

कल शनिवार दिनांक 06.02.16 को शनि प्रदोष है। शनिदेव नवग्रहों में से एक हैं और शास्त्रों में वर्णन है कि इनका कोप अत्यन्त भयंकर होता है। शास्त्रानुसार शनि प्रदोष व्रत करने से शनि देव का प्रकोप शान्त हो जाता है। जिन लोगों पर साढ़ेसाती और ढैया का प्रभाव हो, उनके लिए शनि प्रदोष व्रत करना विशेष हितकारी माना गया है। 

 

इस दिन विधि-विधान से यह व्रत करना शनिदेव की कृपा प्राप्त करने का एक शास्त्रसम्मत आसान उपाय है। ऐसा करने से न सिर्फ शनि के कारण होने वाली परेशानियां दूर होती हैं, बल्कि शनिदेव का आशीर्वाद भी मिलता है जिससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शनि प्रदोष वाले दिन जो जातक शनि की वस्तुओं जैसे लोहा, तैल, तिल, काली उड़द, कोयला और कम्बल आदि का दान करता है, शनि-मंदिर में जाकर तेल का दिया जलाता है तथा उपवास करता है, शनिदेव उससे प्रसन्न होकर उसके सारे दुःखों को हर लेते हैं।

 

विशिष्ट पूजन और उपाय: इस दिन नित्यकर्म से निवृत होकर संध्या काल में किसी ऐसे शिवालय जाकर जहां प्राण प्रतिष्ठित काले रंग का शिवलिंग स्थापित हो और शनिदेव की मूर्ती भी स्थापित हो पूजन कर सकते हैं अथवा घर में पारद शिवलिंग और शनिदेव के यंत्र या चित्र पर इस विशेष पूजन को संपूर्ण किया जा सकता है। 

 

सर्वप्रथम शिवलिंग और शनिदेव का काले आसन पर बैठ कर और पश्चिममुखी होकर विधिवत पूजन करें। पानी में शमीपत्र मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शिवलिंग और शनिदेव पर काले तिल, तेजपत्ता, लौंग और कनेर के फूल चढ़ाएं। लोहबान से धूप करें। उड़द और गुड़ से बने पुए का भोग लगाएं तथा 26 साबुत बादाम अपने समीप रखकर इस मंत्र का 13 बार जाप करें।

मंत्र: ॐ खगेशाय प्रीं दारिद्र्य दुःख दुर्भाग्य दहनाय नमः शिवाय प्रीं।।

मंत्र जाप पूरा होने के बाद 26 बादाम में से 13 बादाम शिवलिंग पर चढ़ाकर जल प्रवाह कर दें। बचे हुए 13 बादाम काले कपड़े में लौंग व बड़ी ईलायची के साथ बांधकर घर की दक्षिण दिशा में छुपाकर रख दें तथा पूजन पूरा होने के बाद पीपल के पेड़ के नीचे 13 दीपक जलाएं। इस विशिष्ट पूजन और उपाय से निश्चित ही कार्यक्षेत्र में सफलता पाएंगे। इस अचूक उपाय से दुख, दुर्भाग्य और दरिद्रता से निश्चित छुटकारा मिल सकता है। 

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