
Trump Tariff Bomb: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर बड़ा असर डालने वाला कदम उठाया है। उन्होंने भारत को लेकर सकारात्मक संकेत दिए हैं और कहा है कि अमेरिका और भारत एक महत्वपूर्ण व्यापार समझौते के काफी करीब हैं। यह बयान उन्होंने व्हाइट हाउस में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक कार्यक्रम के दौरान दिया।
जहां एक ओर भारत के लिए यह एक संभावित राहत की खबर मानी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ ट्रंप ने 14 देशों पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। ये टैरिफ 1 अगस्त से लागू होंगे। ट्रंप का स्पष्ट कहना है कि अमेरिका अब व्यापारिक सौदों में नरमी नहीं बरतेगा और जो देश समझौते के लिए आगे नहीं आएंगे, उन्हें टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।
"अमेरिका अब नुकसान नहीं सहेगा" – ट्रंप
मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा, "हमने सभी से बात की है। जो देश हमारे साथ व्यापार करना चाहते हैं, उन्हें टैरिफ देना होगा। हम निष्पक्ष रहेंगे, लेकिन अमेरिका को अब नुकसान नहीं होने देंगे।" उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ब्रिटेन और चीन के साथ व्यापार समझौते हो चुके हैं और जिन देशों के साथ बात नहीं बनी, उन्हें टैरिफ की सूचना लेटर के माध्यम से दे दी गई है।
14 देशों पर लगेगा भारी टैरिफ
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर उन 14 देशों के नाम साझा किए, जिन्हें टैरिफ के तहत लाया गया है। इनमें थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, जापान, मलेशिया, कजाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, लाओस, इंडोनेशिया, ट्यूनीशिया, बोस्निया और हर्जेगोविना, सर्बिया और कंबोडिया शामिल हैं।
इन देशों पर लागू होने वाले टैरिफ की दरें इस प्रकार हैं:
- थाईलैंड और कंबोडिया: 36%
- बांग्लादेश और सर्बिया: 35%
- म्यांमार और लाओस: 40%
- इंडोनेशिया: 32%
- दक्षिण अफ्रीका और बोस्निया: 30%
- मलेशिया, कजाकिस्तान, जापान, दक्षिण कोरिया: 25%
अपने पत्रों में ट्रंप ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि ये देश अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाते हैं, तो अमेरिका भी जवाबी कार्रवाई करते हुए शुल्क दर और बढ़ा सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि ये देश अपनी व्यापार नीतियों में संशोधन करें, तो टैरिफ में राहत दी जा सकती है।
मोहलत की नई तारीख – 1 अगस्त
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने जानकारी दी कि ट्रंप ने टैरिफ की लागू होने की तिथि 9 जुलाई से बढ़ाकर 1 अगस्त कर दी है। गौरतलब है कि अप्रैल में ट्रंप ने कई देशों पर 50% तक के टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिसके बाद शेयर बाजारों में हलचल देखी गई थी। इसी कारण ट्रंप ने देशों को तीन महीने का अतिरिक्त समय बातचीत के लिए दिया है।
भारत को लेकर सकारात्मक संकेत
ट्रंप ने भारत को लेकर आशावादी रुख दिखाते हुए कहा, "हम भारत के साथ समझौते के बहुत करीब हैं।" हालांकि उन्होंने इस संभावित समझौते के विवरण साझा नहीं किए। अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक रिश्ते लंबे समय से मजबूत रहे हैं और यह समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
भारत के लिए यह एक राहत की खबर मानी जा रही है, क्योंकि जहां एक ओर कई देशों पर टैरिफ की मार पड़ रही है, वहीं भारत के साथ मजबूत व्यापारिक रिश्ते बनाए रखने की उम्मीद दिखाई दे रही है। आने वाले समय में यह साफ होगा कि भारत-अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौता कितनी जल्दी और कितने व्यापक स्तर पर साकार होता है।
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