पटना. बिहार में जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार आज पटना पहुंचे। जदयू के NDA में शामिल होने के बाद PM मोदी अपने पहले दौरे में पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में शामिल हुए हैं। इसके बाद कई मेगा परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे। बिहार मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 घंटे 40 मिनट तक रुकेंगे इस दौरान वह कई कार्यक्रमों का उद्घाटन भी करेंगे और बिहार वासियों को कई सौगात भी देंगे।
पीएम मोदी के लाइव भाषण की कुछ विशेष बिंदु -
- देश की देश की दस प्राइवेट, दस सरकारी यूनिवर्सिटी को 10 हजार करोड़ देंगी सरकार।
- सरकार देशभर से 20 बेस्ट यूनिवर्सिटी का चुनाव करेगी और इन्हें 10 हजार करोड़ देगी।
- पटना यूनिवर्सिटी को विश्व की श्रेष्ठ यूनिवर्सिटी बनाने को सरकार हर संभव कोशिश करेगी।
- उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हम दुनिया में पिछड़े, हमारी यूनिवर्सिटी दुनिया की शीर्ष यूनिवर्सिटी में जगह नहीं बना सकी।
- हमारी सरकार ने उच्च शिक्षा में रिफॉर्म के लिए शरुआत की है। हमारे देश में शिक्षा में रिफॉर्म बहुत धीमे रहे, शिक्षाविदो में भी मतभेद रहे। लंबे अरसे तक उच्च शिक्षा में रिफॉर्म नहीं हुए।
- भारत एक युवा देश, इस देश के सपने भी जवान हैं। स्टार्टअप की दुनिया में भारत चौथे नंबर पर आ गया है।
- देश की सभी यूनिवर्सिटियों से आह्वान, नए इनोवेशन के लिए आगे आइए।
- छात्रों को आस-पास की समस्य़ाओं के हल ढूंढ़ने की जरूरत।
- अब हम सांप सपेरों का देश नहीं, आज हमारे नौजवान कंप्यूटर चला रहे हैं।-
- हमारी सोच रही है कि नई-नई चीजें रटते रहना, शिक्षा के जरिए दिमाग को खोलना होगा, ताकि वो नई चीजें सीख सके।
- पटना यूनिवर्सिटी में शिक्षा गंगा की धारा की तरह बहुत पुरानी। आज यूनिवर्सिटी का माहौल पहले जैसा नहीं रहा, आज यूनिवर्सिटी के सामने ये चुनौती कि छात्र अपनी पुरानी बातें कैसे छोड़े।
- जो इतिहास को भूल जाता है, उसके इतिहास की कोख भी बांझ रह जाती है। जो इतिहास को याद रखता है, वही नया इतिहास लिखता है।
- जब भी अधिकारियों से बात करता हूं, उसमें पटना यूनिवर्सिटी के लोग सबसे ज्यादा होते हैं।
- पटना यूनिवर्सिटी ने देश को दिए कई बड़े राजनेता।
वही स्थानीय BJP सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पटना विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र होने के बावजूद कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं होने के मुद्दे को उठाया। सिन्हा ने विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र होने के बावजूद BJP के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा और RJD प्रमुख लालू प्रसाद को ना शामिल किए जाने के पर सवाल उठाया है। पटना विश्वविद्यालय के कुलपति रास बिहारी प्रसाद सिंह ने इस मुद्दे पर कहा कि निमंत्रण पत्रों की छपाई में देरी हुई और यही वजह है कि कार्ड उनको नहीं भेजा गया है, लेकिन वो हमारे मेहमानों की सूची में शामिल हैं।
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