नई दिल्ली: क्या आपको पता है कि आपके मेक अप का सामान वेज है या नॉन वेज? आपने भले ही कभी ऐसा ना सोचा हो लेकिन सरकार कुछ ऐसा ही करने का मन बना रही है.
अगर मेक अप का सामान बनाने वाली कंपनियों ने महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी का साथ दिया तो जल्द ही खाने-पीने के सामान पर दिखने वाली लाल-हरी बिंदियां मेकअप किट में भी नजर आएंगी.
हरी बिंदी का मतलब है कि सामान पूरी तरह से शाकाहारी यानी वेजेटेरियन है और लाल बिंदी का मतलब है कि इस सामान में मांस या उससे जुड़ी चीजों का इस्तेमाल किया गया है.
अब आपकी लिपस्टिक के ऊपर भी नजर आ सकती है ऐसी बिंदी जो बताएगी कि भले ही आप वेजिटेरियन हों लेकिन अब तक आप जानवरों की चर्बी से बनने वाली लिप स्टिक इस्तेमाल कर रही थीं जो आपके शरीर में भी जा रहा था.
सरकार पाउडर, क्रीम और मेकअप के ढेरों दूसरे सामान पर भी वेजिटेरियन और नॉनवेजिटेरियन यानी शाकाहारी और मांसाहारी वाली बिंदियां लगाने की तैयारी में है.
क्या था सरकार का आदेश
महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने मंत्रालय संभालते ही साल 2014 में कॉस्मेटिक्स कंपनियों को पैकिंग पर निर्माण में इस्तेमाल हुए माल के हिसाब से लाल या हरी बिंदी लगाने का आदेश भिजवा दिया था.
इंडियन ब्यूटी एंड हाईजेनिक एसोसिएशन यानी IBHA ने सरकार के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे दी. हाईकोर्ट ने सरकार के आदेश पर उस वक्त रोक लगा दी थी.
इसका कास्मेटिक्स इंडस्ट्री क्यों इसका विरोध कर रही है?
जो लोग अपने प्रोडक्ट में ज्यादा एनिमल रिलेटेड कंटेंट मिलाते हैं या जिनके प्रोडक्ट में कोई गड़बड़ है या जो अपने प्रोडक्ट में क्या डलता है वो छुपाना चाहेंगे वही इसका विरोध करेंगे. उसके इलावा और किसी के पास कोई रीज़न नहीं होगा इस आर्डर का विरोध करने का.
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