वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रमजान के मौके पर बुधवार को व्हाइट हाउस में इफ्तार की दावत देंगे। पिछले वर्ष ट्रंप ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था और इसके साथ ही उन्होंने तीन अमेरिकी प्रशासन से चली आ रही परंपरा को तोड़ा था। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता लिंडसे वॉल्टर्स ने कहा, 'मैं इस बात की पुष्टि कर सकती हूं कि बुधवार को राष्ट्रपति इफ्तार की पार्टी होस्ट करेंगे।' व्हाइट हाउस ने इसके साथ ही और ज्यादा जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया। व्हाइट हाउस ने इस बात की कोई जानकारी नहीं दी है कि इस पार्टी के लिए किसे इनवाइट किया जाएगा या फिर राष्ट्रपति ने इस वर्ष पार्टी को होस्ट करने का फैसला क्यों लिया है।
ट्रंप के फैसले का विरोध
इस फैसले का वे लोग विरोध कर सकते हैं जिन्होंने पूर्व में ट्रंप के मुसलमान और इस्लाम से जुड़े फैसलों का समर्थन किया और जिन्होंने मुस्लिम बैन के लिए ट्रंप को अपना सपोर्ट दिया था। येल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट जियाद अहमद जो पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान इफ्तार पार्टी में शामिल हो चुके हैं कहते हैं, 'डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसे लोगों को चुना था जिन्होंने 'इस्लामोफोबिया' की मदद से अपना करियर बना लिया। ट्रंप अब इफ्तार पार्टी को अपने बचाव के लिए होस्ट कर रहे हैं। जियाद की मानें तो हो सकता है ट्रंप यह कह दें कि उन्हें मुसलमानो से प्यार है और डिनर पर उन्होंने मुसलमानों का दिल जीत लिया है।
नेटवर्किंग का जरिया बनेगी इफ्तार पार्टी
व्हाइट हाउस और वॉशिंगटन में इफ्तार की पार्टी अब राजनीतिक संस्कृति की नेटवर्किंग का जरिया बन गई हैं। व्हाइट हाउस के अलावा थिंक टैंक्स, सरकारी ऑफिस और दूसरे संस्थानों की ओर से मुसलमान और गैर-मुसलमान समुदाय के लोगों के लिए इफ्तार की पार्टी आयोजित की जाने लगी हैं। कैपिटॉल हिल में कम से कम अमेरिकी कांग्रेस का एक सदस्य रिप्रजेंटेटिव डैन किलाडी, डी-मिच मुसलमानों के प्रति सौहार्द की भावना को प्रदर्शित करते हुए इफ्तार पार्टी का आयोजन करते हैं।
बिल क्लिंटन ने शुरू की थी परंपरा
पूर्व में व्हाइट हाउस की तरफ से इफ्तार पार्टी के लिए जिन मुसलमान नेताओं को निमंत्रण दिया गया था, उनका कहना है कि उन्हें अभी तक ट्रंप प्रशासन की ओर से कोई इनवाइट नहीं दिया गया है। पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की तरफ से व्हाइट हाउस में इफ्तार पार्टी को होस्ट करने का ट्रेंड शुरू किया गया था। इसके बाद जॉर्ज डब्लूय बुश और बराक ओबामा ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया। ट्रंप ने रमजान माह की शुरुआत में एक आधिकारिक बयान भी जारी किया था और इसमें मुसलमानों को रमजान शुरू होने की बधाई दी गई थी। साल 2017 के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में इस समय करीब 3.45 मिलियन मुसलमान रहते हैं।
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