होम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का पैगाम लेकर अपने-अपने देश रवाना हुए 9 देशों के बाल प्रतिनिधि

राज्यउत्तर प्रदेश

‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का पैगाम लेकर अपने-अपने देश रवाना हुए 9 देशों के बाल प्रतिनिधि

‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का पैगाम लेकर अपने-अपने देश रवाना हुए 9 देशों के बाल प्रतिनिधि

 ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का पैगाम लेकर अपने-अपने देश रवाना हुए 9 देशों के बाल प्रतिनिधि

लखनऊ, 19 जनवरी। सिटी मोन्टेसरी स्कूल की मेजबानी में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में पधारे ब्राजील, फिनलैण्ड, जर्मनी, इटली, जापान, मंगोलिया, मैक्सिको, स्वीडन एवं भारत के बाल प्रतिनिधि लखनऊ में तीन सप्ताह के प्रवास के उपरान्त ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का पैगाम लेकर सुखद अनुभूतियों के साथ अपने-अपने देशों को रवाना हो गये। तीन सप्ताह के इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के दौरान 9 देशों के बाल प्रतिनिधियों ने सहयोग, सहकार, सद्भाव, विश्व बन्धुत्व, आपसी भाईचारा, मैत्री, प्रेम, एकता व शान्ति का प्रशिक्षण प्राप्त किया एवं साथ ही साथ भारत की अनूठी संस्कृति, सभ्यता व वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से भी रूबरू हुए जिनका सुखद अहसास जीवन भर इन बच्चों के साथ रहेगा।

            शिविर के समापन के अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर (सी.आई.एस.वी.) के इण्डिया चैप्टर के प्रेसीडेन्ट एवं सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने विभिन्न देशों से पधारे नन्हें-मुन्हें बाल प्रतिनिधियों को भावभीनी विदाई दी। इस अवसर पर डा. गाँधी ने कहा कि विभिन्न देशों के इन नन्हें-मुन्हें बच्चों ने अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में अपने प्रवास के दौरान ‘विश्व एक परिवार’ की अवधारणा को नया आयाम दिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये सभी बाल मेहमान भारतीय संस्कृति व सभ्यता के आदर्श ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश सारे विश्व में प्रचारित-प्रवाहित करेंगे। सी.एम.एस. की मेजबानी में आयोजित 28वाँ अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर सम्पन्न हो गया, जिसमें 9 देशों के 11 वर्ष से 12 वर्ष की आयु के बच्चों ने एक साथ एक ही छत के नीचे साथ-साथ रहकर विश्व परिवार का अनूठा अहसास कराया।

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Most Popular

(Last 14 days)

-Advertisement-

Facebook

To Top