मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करते हुए अपनी महात्वाकांक्षी योजनाओं को पूरा करने के साथ ही चुनावी साल होने के कारण नौजवानों-किसानों को खास तबज्जो दी है।शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थापना पर भारी भरकम बजट के जरिए जहां सभी वर्गो के वोटरों को खींचने की कोशिश बजट में दिखती है, वहीं बुदेलखंड और पूर्वांचल को तबज्जो देकर वहां अपनी जमीन मजबूत करने का जुगाड़ भी मुख्यमंत्री ने किया है।आई स्पर्श योजना के नाम से नई योजना के जरिए उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को सियासी जवाब देकर अपने वोटरों को एक संकेत देने की कोशिश भी की है।बजट के शुरूआत में ही अंशकालिक शिक्षकों के लिए भारी धन केप्रावधान के साथ उन्होंने अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं।मुख्यमंत्री की ओर से शुक्रवार को विधानसभा में 2016-17 के लिए पेश 3,46,935 करोड़ रुपये का बजट आकार के लिहाज से अब तक का सबसे बड़ा है।
बजट पेश करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगला बजट भी वही पेश करेंगे। उन्होंने कहा, अगली बार सदन के बहुत से सदस्य मेट्रो में सफर करके विधानसभा पहुंचेंगे। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर वाहन फर्राटा भर रहे होंगे।अखिलेश के इस बजट में गांव, गरीब और किसानों को राहत देने की कोशिश भी दिखती है और सड़क, पुल, सिंचाई और बिजली जैसे बुनियादी सुविधाओं के विकास की चिंता भी।इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट के लिए बजट में 78 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की व्यवस्था की जा रही है। कृषि व इन्फ्रास्ट्रक्चर के अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, महिलाओं के कल्याण पर भी खास जोर दिया गया है।कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए पुलिस के आधुनिकीकरण, डायल 100 सेवा के विस्तार, स्मार्ट सिटी सर्विलांस सिस्टम, यातायात प्रबंधन, स्टेट डिजास्टर रिस्पॉंस फोर्स के गठन आदि के लिए 1024 करोड़ रुपये का प्रवाधान किया गया है।
सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का दायरा बढ़ा
अखिलेश सरकार ने वोट वैंक का ख्याल रखते हुए समाजवादी पेंशन, वृद्धावस्था व किसान पेंशन, राजनीतिक बंदियों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पेंशन, विकलांग पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण समेत अन्य कल्याणकारी योजनाओं का दायरा बढ़ाए जाने की घोषणा भी बजट में की है।लखनऊ मेट्रो के लिए 814 करोड़, एक्सप्रेस- के लिए 4003 करोड़ दिए।शहरी क्षेत्र के विकास पर भी जोर देते हुए राजधानी लखनऊ में मेट्रो परियोजना को पूरा के लिए 814 करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया है तो कानपुर व वाराणसी में भी मेट्रो परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए 50-50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।अपनी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के लिए उन्होंने 4003 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।इसके साथ ही लखनऊ-आजमगढ़-बलिया समाजवादी एक्सप्रेस-वे के लिए भी 1500 करोड़ रुपये की व्यवस्था कर पूर्वांचल की ओर उन्होंने अपने कदम बढ़ा दिए हैं
चालू वित्तीय वर्ष के मुकाबले 14.6 फीसदी ज्यादा बजट
अखिलेश ने 2016-17 के बजट को चालू वित्तीय वर्ष के बजट के मुकाबले 14.6 फीसदी अधिक बताया।लेकिन वर्ष 2015-16 के दोनों अनुपूरक बजट को भी जोड़ दिया जाए तो इस साल का बजट शुक्रवार को पेश किए गए 3.46 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।अखिलेश ने पिछले साल फरवरी में 3,02,687 करोड़ रुपये का मूल बजट पेश किया था।इसके बाद अगस्त में 19825 करोड़ रुपये तथा 11 फरवरी 16 को 27,759 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पास कराया गया। तीनों को मिलाकर चालू वित्तीय वर्ष का बजट 3,50,271 करोड़ रुपये होता है।
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