-7452393309.jpg)
बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री राम शंकर कठेरिया द्वारा उग्र व घोर साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने की तीव्र निंदा करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। मायावती ने सपा सरकार और बीजेपी पर अंदरूनी मिलीभगत होने का आरोप लगाते हुए कहा कि कठेरिया के खिलाफ एफआईआर अभी तक दर्ज नहीं होना अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
आज संसद में हंगामा होने की वजह से संसद के बाहर मीडिय़ा से वात्र्ता करते हुए मायावती ने कहा कि आगरा में शांति-व्यवस्था की स्थिति को सांप्रदायिकता के आधार पर और ज्यादा खराब किया जा रहा है। मायावती ने बीजेपी सांसदों के आपत्तिजनक भाषणों की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि भाजपा के स्थानिए सांसदों का रवैया अत्यंत ही निंदनीय है। उनकी मंशा आगरा में भी दंगों की आग भड़काकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की है। इस तरह का जहरीला माहौल आगरा में ही नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य स्थानों में भी भाजपा द्वारा जानबूझकर पैदा किया जा रहा है। लेकिन इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि सपा सरकार भाजपा के दबाव में आकर यहां उग्र लोगों के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसे तत्वों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
मायावती ने कहा कि अगर विरोधी पार्टियों के दबाव में भाजपा के मंत्री और सांसदों पर मामला दर्ज भी होता है तो उसका परिणाम भी ठीक उसी तरह होगा जैसे मुजफ्फरनगर और दादरी मामले में हुआ है। मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा। मायावती ने कहा कि वैसे तो प्रदेश में अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में जंगलराज के साथ-साथ सांप्रदायिक दंगों की रोकथाम व उसमें उसमें लिप्त दंगाईयों के खिलाफ सख्त कानूनी करने का प्रदेश सरकार का रिकार्ड अत्यंत ही खराब बल्कि बद से बदतर ही है और यह कोई आरोप नहीं बल्कि यह सर्वविदित बात है।
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।