श्रीनगर : साउथ कश्मीर में 40 बैंकों में कैश ट्रांजैक्शन बंद कर दिया गया है। जिसमे पुलवामा और शोपियां के सेंसिटिव इलाकों की कई ब्रांच भी शामिल हैं। दोनों जिलों में लगातार कैश लूटने की घटनाओ के बाद सिक्युरिटी एजेंसियों ने इस बारे में एडवाइजरी जारी की है। जम्मू-कश्मीर बैंक और इलाकाई देहाती बैंकों की ब्रांचों में कैश ट्रांजैक्शन बंद कर दिया गया है। आपको बता दें कि 6 महीनों के दौरान 13 बैंकों से 92 लाख रुपए लूटे गए हैं।
एक सीनियर बैंक अफसर ने कहा कि इस इलाके में दूसरी बैंकिंग एक्टिविटीज और एटीएम चलते रहेंगे।
अफसर ने बताया "हमें सिक्युरिटी एजेंसी ने बताया कि कैश लूटने जैसी और वारदात को आतंकी अंजाम दे सकते हैं। इसलिए जिन ब्रांचों को एजेंसियों ने सेंसिटिव बताया है वहां कैश ट्रांजैक्शन बंद कर दिया गया है। कैशलेस ट्रांजैक्शन और एटीएम जैसी सर्विसेस चलती रहेंगी। इन एरिया के कस्टमर्स इन बैंकों की दूसरे एरिया में स्थित ब्रांचों में कैश ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।"
अफसर ने ये भी कहा "कैश ट्रांजैक्शन पर बैन का फैसला टेम्पररी है। जब तक बैंक इम्प्लॉई और संपत्ति की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम नहीं उठा लिए जाते ये बैन लागू रहेगा। हमने कैश और इम्प्लॉई की सिक्युरिटी के लिए कई उपायों पर चर्चा की है। कुछ दिनों में ही सिक्युरिटी से जुड़े इंतजाम पूरे कर लिए जाएंगे। जैसे ही ये काम पूरा होता है बैंकों में कैश ट्रांजैक्शन दोबारा शुरू कर दिया जाएगा।"
अफसर के मुताबिक "सुरक्षा उपायों में ज्यादा आर्म्ड सिक्युरिटी गार्ड्स को तैनात करने और बुलेट प्रूफ कैश वैन को लेकर चर्चा की गई।"
एक अप्रैल को पुलवामा के दमहाल हांजीपोरा इलाके में आतंकियों ने कैश वैन पर हमला किया था। इस हमले में 5 पुलिसवाले और बैंक के 2 सिक्युरिटी गार्ड मारे गए थे।
इसके बाद शुक्रवार को स्पेशल स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी की मीटिंग बुलाई गई जिसमें सुरक्षा इंतजामों को लेकर चर्चा की गई। जम्मू-कश्मीर के फाइनेंस मिनिस्टर हसीब द्राबू भी इस मीटिंग में मौजूद थे।
फाइनेंस मिनिस्टर ने कहा "ऐसी घटनाओं को देखते हुए हमें खास सुरक्षा इंतजामों की जरूरत है। निगरानी अच्छी बात है लेकिन इससे मौके पर मौजूद सिक्युरिटी गार्ड की कमी नहीं पूरी हो सकती है।"
पिछले छह महीनाें में आतंकियों ने 13 बैंकों से 92 लाख रुपए लूटे। साथ ही सुरक्षा बलों से दो दर्जन से ज्यादा हथियार लेकर भाग निकले।
नोटबंदी के बाद बैंकों में लूट की काफी घटनाएं हुई हैं। सिर्फ एक घटना 28 अक्टूबर को हुई थी जब पुलवामा के बैंक से सात लाख रूपए लूटे गए।
इसके बाद नवंबर में मलपोरा तथा किश्तवाड़ में लूट हुई। किश्तवाड़ से 40 लाख और मलपोरा कश्मीर से 14 लाख रुपए लूटे गए। दिसंबर में अरीहाल कुलगाम से 8 लाख रतनीपोरा पुलवामा से 11 लाख रुपए की लूट हुई। फरवरी में शोपिया बैंक से 3 और बड़गाम से दो लाख लूटे गए। अप्रैल में भी एक घटना हुई।
अनंतनाग में बैंक लूटने के लिए आए दो आतंकियों में से एक को पकड़ लिया गया।
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