
बाल सुधार गृह में रुबी को कड़ी निगरानी में रखा गया है। कोर्ट के निर्देश पर उसकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है। उसकी सुरक्षा में तैनात महिला सुरक्षाकर्मी की मानें तो वो पूरे दिन में तीन-चार बार ही अपने कमरे से बाहर निकलती है। रुबी अगले साल फिर से एग्जाम देना चाह रही है। इसको लेकर वो दिन-रात मेहनत कर रही है।रुबी राय खाली समय में सुधारगृह में बंद लड़कियों के साथ अंताक्षरी खेलती है। ये अंताक्षरी वो अंग्रेजी में खेलती है। सुधारगृह में बंद बच्चे एक दिन पहले 50 वर्ड मिनिंग याद करते हैं और फिर उसी वर्ड मिनिंग के साथ वो अगले दिन अंताक्षरी खेलती है।
बाल सुधार गृह में रुबी राय से मिलने कोई नहीं आता है। वो पहले तो अपने लोगों का इंतजार भी किया करती थी लेकिन अब समय से समझौता कर लिया है। रुबी के दादा जी कोर्ट में उससे मिलने आते हैं।
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।