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सोलर मार्केट पर 87% चीन का कब्‍जा

एक ओर जहां पाकिस्तान का साथ देने पर देश भर में चीनी सामान का विरोध हो रहा है वहीं दूसरी ओर सोलर मार्केट पर चीन का कब्जा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जबकि देशी कंपनियों का हिस्सा घटता जा रहा है। चीन भारत में लगभग 82 फीसदी सोलर मॉड्यूल और सेल इम्पोर्ट कर रहा है। जो हर साल बढ़ता ही जा रहा

सोलर मार्केट पर 87% चीन का कब्‍जा

एक ओर जहां पाकिस्तान का साथ देने पर देश भर में चीनी सामान का विरोध हो रहा है वहीं दूसरी ओर सोलर मार्केट पर चीन का कब्जा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जबकि देशी कंपनियों का हिस्सा घटता जा रहा है। चीन भारत में लगभग 82 फीसदी सोलर मॉड्यूल और सेल इम्पोर्ट कर रहा है। जो हर साल बढ़ता ही जा रहा है। यहां बात यह है कि देश में हिस्सेदारी कम होने के बावजूद भारतीय कंपनियों का एक्सपोर्ट बढ़ रहा है।

कितनी है चीन की हिस्सेदारी - मोदी सरकार द्वारा सोलर पावर का टारगेट पांच गुणा बढ़ाने के बाद सोलर मार्केट में काफी तेजी आ गई है और सोलर मॉड्यूल और सेल की डिमांड बढ़ गई है लेकिन डोमेस्टिक इंडस्ट्री इसका फायदा उठाती इससे पहले ही चीनी कंपनियों ने मॉड्यूल और सेल का इम्पोर्ट बढ़ाकर मार्केट को कब्जे में ले लिया। हालांकि मलेशिया ताइवान यूएस ने भी भारत में अपना इम्पोर्ट बढ़ाया था जो अब घटता जा रहा है। भारत के सोलर मार्केट में चीन की हिस्सेदारी 75 फीसदी से अधिक पहुंच गई है जो पिछले साल तक 50 फीसदी थी। कंसलटिंग फर्म मेरकॉम कैपिटल ग्रुप द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अकेला चीन भारत को 82 फीसदी इम्पोर्ट कर रहा है।

कितनी है देशी कंपनियों की हिस्सेदारी - कंसलटेंसी फर्म ब्रिज-टू-इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल तक भारत के सोलर मार्केट में देशी कंपनियों की हिस्सेदारी लगभग 26 फीसदी थी जो अब घटकर 13 फीसदी पर पहुंच गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिस तरह से चीन की कंपनियां भारत में सस्ते मॉड्यूल और सेल सप्लाई कर रहे हैं उससे देशी कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ने की संभावना नहीं दिख रही है।

लेकिन बढ़ रहा है एक्सपोर्ट - यह हैरानी करने वाली बात है कि देश के सोलर मार्केट में देशी कंपनियों का शेयर कम हो रहा है लेकिन उनका एक्सपोर्ट बढ़ रहा है। मेरकॉम की रिपोर्ट बताती है कि पिछले जहां देशी कंपनियों ने पहले क्वार्टर में 127 करोड़ रुपए के सोलर मॉड्यूल और सेल एक्सपोर्ट किए थे जो इस साल बढ़ कर 274 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। यानी कि 116 फीसदी का इजाफा हुआ है। भारतीय कंपनियां सबसे अधिक यूके में सोलर मॉड्यूल और सेल एक्सपोर्ट कर रही हैं। इसके अलावा इटली बेल्जियम यूएसए कनाडा भी शामिल है। साथ ही चीन में भी 10 फीसदी एक्सपोर्ट किया जा रहा है।

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