खेले गए तीसरे वनडे मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने एक और शतक जड़ न केवल रिकॉर्ड बनाया बल्कि टीम को भी हार से बचाया। कोहली ने 34वां शतक जड़ कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया। कोहली के नाबाद शतक (160*) की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 303 रनों का लक्ष्य दिया लेकिन अफ्रीकी टीम 40 ओवर में 179 पर ऑल आउट हो गई। मैच 124 रनों से जीतने के बाद कोहली ने जो कहा वो वाकई में भावुक कर देने वाला रहा।
कोहली ने कहा कि 30 ओवर के बाद हालात काफी बदल गए और ऐसे में एक बल्लेबाज का अंत तक क्रीज पर डटे रहना महत्वपूर्ण था। वह इस चैलेंजिंग पिच पर यह पारी खेलकर संतुष्ट हैं। मैन ऑफ द मैच से नवाजे गए कोहली ने कहा कि 'इस दौरे की शुरुआत हमारे लिए अच्छी नहीं हुई थी। मुझे मालूम था कि जब मैं क्रीज पर आया था, तो मुझे यहां खड़े रहकर अपनी टीम के लिए बेहतर चांस बनाना था। मैं इस तरह की मानसिकता से हर मैच में उतरता हूं। यह मेरे लिए और मेरी टीम के लिए एक और शानदार दिन था।'
प्रजेंटेशन सेरेमनी के दौरान कोहली ने कहा कि 'इस पिच पर शुरुआत में अच्छा पेस और बाउंस था। लेकिन 30 ओवर के बाद इसमें नाटकीय रूप से बदलाव आया। हम पहले यहां 320-330 का स्कोर करने का सोच रहे थे, लेकिन हमने पिच को स्लो होते देख ही अपने टारगेट को चेंज कर लिया और बाद में हम 280-290 का प्लान किया था और अंत में हमने 300+ का स्कोर किया। पारी के दौरान मेरी मांसपेशियों में खिंचाव आया था, लेकिन टीम के नजरिए से मेरा क्रीज पर रहना जरूरी था और ऐसे हालात में अपनी मानसिक और शारीरिक क्षमता को चेक करने का यह एक अच्छा अवसर था।' आपको बता दें कि कोहली ने अपने वनडे करियर के दौरान पहली बार 150 से ज्यादा गेंदें खेली। इस दौरान कोहली को काफी थका हुआ सा देखा गया लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी और अंत में नाबाद लौटे। कोहली टीम में सबसे ज्यादा फिट खिलाड़ियों में से हैं।
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