
Unnao: स्कूल फीस नहीं भरने पर छात्रा को सबके सामने किया बेइज्जत, रोते-रोते हो गई मौत, जाने क्या है पूरा मामला?
Unnao: उत्तर प्रदेश के उन्नाव से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। यहाँ स्कूल प्रिंसिंपल द्वारा कथित तौर पर अपमानित किए जाने के बाद 10वीं क्लास की एक स्टूडेंट की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। आरोप है कि फीस जमा न कर पाने की वजह से प्रिंसिपल ने लड़की के साथ बुरा बर्ताव किया था। बच्ची की मौत के मामले में पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
वहीं पुलिस (UP Police) के सीनियर अधिकारी लड़की की मौत फूड प्वाइजनिंग की वजह से होने का शक जता रहा हैं। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच के लिए बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद भी मामला साफ हो सकेगा। तभी आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं मृत बच्ची के पिता उसकी मौत के लिए स्कूल प्रिंसिपल को जिम्मेदार (School Principal) ठहरा रहे हैं। पीड़ित पिता का आरोप है कि फीस न भर पाने की वजह से प्रिंसिपल ने उसे जरूरी असाइमेंट के लिए परमिशन नहीं दी थी। जब कि उस असाइमेंट के जरिए ही स्टूडेंट्स का मूल्यांकन किया जाना था
3 महीने से नहीं भरी थी स्कूल फीस
आपको बता दें कि मृत छात्रा अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। बेटी की मौत से उसके पिता बहुत ही दुखी हैं। बताया जा रहा है कि पिता के पास काम न होने की वजह से परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा था। इसीलिए बच्ची स्कूल फीस नहीं भर सकी थी। उसके पिता एक फैक्ट्री में काम करते थे। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से उसकी नौकरी छूट गई थी। आरोप है कि गुरुवार को स्कूल प्रिंसिपल ने स्टूडेंट को कथित तौर पर अपमानित किया था। फीस नहीं भर पाने की वजह से उन्होंने बच्ची को स्कूल से निकालने की धमकी दी थी। वहीं पुलिस का कहना है कि प्रिंसिपल ने दावा किया है कि उन्होंने बच्ची को असाइनमेंट से बाहर नहीं किया था। उसे भी दूसरे बच्चों की तरह असाइनमेंट दिया गया था।
स्कूल के प्रिन्सिपल पर बच्ची को अपमानित करने का आरोप
छात्रा के पिता ने पुलिस से शिकायत में कहा कि वह एक गरीब मजदूर हैं। उनकी बेटी 10वीं क्लास में पढ़ती थी। महामारी में आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से वह तीन महीने से स्कूल फीस नहीं भर सके थे। पीड़ित पिता ने कहा कि उन्होंने प्रिंसिपल से मिलकर फीस के भुगतान के लिए कुछ समय मांगा था। उनका कहना है कि उनकी बेटी फीस माफी की एप्लिकेशन लेकर स्कूल गई थी, लेकिन उसे बाहर निकाल दिया गया। पिता का आरोप है कि प्रिंसिपल से फीस भरने के लिए समय नहीं दिया और बच्ची को तिमाही एग्जाम में नहीं बैठने देने की बात कहकर अपमानित कर बाहर निकाल दिया।
छात्रा के पिता का कहना है कि दिमाग पर बहुत ज्यादा प्रेशर लेने और तेज गर्मी की वदह से वह घर पहुंचे ही जमीन पर गिर गई और उसकी मौत हो गई। वहीं उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
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