नई दिल्ली. नोटबंदी के बाद भारत में 500 और 1000 रु. के नोटों को अवैध घोषित कर दिया। सरकार ने इन नोटों को बदलने के लिए लोगों को 30 दिसंबर तक का वक्त दिया था लेकिन सरकार की नजरों से बचने के लिए और इन नोटों को तयसीमा के बाद भी बदलवाने के लिए लोगों ने नई तरकीब निकाल ली है। लोगों ने पुराने नोटों को बदलवाने के लिए उन्हें कोरियर के जरिए विदेश भेजना शुरू कर दिया है।
जी हां कस्टम विभाग ने ऐसे कई कोरियर भी पकड़े है जिनमें पुराने 500 और 1000 के नोट भरे हुए मिले। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पुराने नोटों को बदलवाने के लिए लोग उसे विदेशों में कोरियर से भेज रहे हैं। कस्टम विभाग ने कोरियर से 500 और 1000 को विदेश भेजने वाले ऐसे ही गिरोह का भंडाफोड़ किया है। कस्टम विभाग ने पंजाब से ऑस्ट्रेलिया भेजे जा रहे ऐसे ही एक कोरियर को पकड़ा है जिसमें से 1 लाख के पुराने नोट बरामद किए गए। वहीं कुछ लोगों ने कोरिया और संयुक्त अरब अमीरात भी पुराने नोटों का कोरियर भेजा है। कस्टम विभाग ने ऐसे कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
विभाग के अनुसार यह गिरोह भारत में बंद हो चुकी पुराने 500 और 1000 के नोटों को विदेश में बैठे अपने लोगों के पास भेज रहे है ताकि बाद में उन्हें बदला जा सके और उन्हें वो दोबारा से बदलकर नई नोटें हासिल की जा सके। आपको बता दें कि नोटबंदी के फैसले के बाद सरकार ने विदेश में रह रहे भारतीय मूल के लोगों को पुराने नोटों को बदलने के लिए 30 जून तक का वक्त दिया है। सरकार की इसी छूट का फायदा उठाने के लिए लोग कोरियर से पुराने नोट विदेश भेज रहे है ताकि 30 जून तक उन्हें बदला सके।
गौरतलब है कि नोटबपंदी के बाद सरकार ने देशवासियों को 30 दिसबंर तक का वक्त दिया था पुराने नोटों कतो बदलने के लिए। वहीं जो लोग नवंबर-दिसंबर में विदेश में थे उन्हें रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने 31 मार्च तक का वक्त दिया था। हलांकि यह सुविधा RBI के पांच दफ्तरों मुंबई दिल्ली कोलकाता चेन्नई और नागपुर में थी।
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