नई दिल्ली : देश में शनिवार मध्यरात्रि से एक देश एक टैक्स, जीएसटी का आगाज हो गया। संसद के सेंट्रल हाल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बटन दबाकर इसकी शुरूआत की। लोकसभा और राज्यसभा के तकरीबन सभी सांसदों और प्रमुख लोगों से खचाखच भरे हाल में इससे पहले बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह टैक्स किसी एक दल या सरकार का नहीं बल्कि सबकी साझा विरासत है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियां हमें धन्यवाद देंगी। 14 साल से ज्यादा समय से चले इस मंथन में देश के सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों ने भाग लेकर देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने का काम किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि जीएसटी लागू करने की प्रक्रिया वैट लागू करने जैसी ही है। शुरू में वैट का भी विरोध हुआ था। प्रणब ने कहा वित्त मंत्री रहते हुए मैंने इसकी पहल की थी। यह ऐतिहासिक अवसर 14 साल पुरानी यात्रा का गवाह होगा। इससे पूर्व मोदी ने कहा कि जीएसटी से व्यापारियों को ईमानदारी से काम करने का मौका मिलेगा। अफसरशाही को उगाही के अवसर नहीं मिलेंगे।
किसी एक सरकार की सिद्धि नहीं
मोदी ने कहा कि यह जो दिशा हम सबने निर्धारित की है। जो रास्ता हमने चुना है जिस व्यवस्था को हमने विकसित किया है। यह किसी एक दल की सिद्धि नहीं है। यह किसी एक सरकार की सिद्धि नहीं है। यह हम सब की साझे प्रयासों का परिणाम है।
आपको बता दे कि जीएसटी के कार्यक्रम के लिए सेंट्रल हॉल का चुनाव क्यों किया गया? इस सवाल का जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को खुद ही दे दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को यही हुई थी। 14 अगस्त 1947 को आजादी की घोषणा भी यही से हुई थी। 26 नवंबर 1949 में देश के संविधान को यहीं स्वीकार किया गया था। ऐसे में देश में को-ऑपरेटिव फेडरलिज्म की इस शुरुआत को भी यही से शुरू होना चाहिए।
गुप्ता से मिली पहली शिक्षा
पहले अध्यक्ष डॉ असीमदास गुप्ता थे वो मौजूद थे। मुझे पहली शिक्षा उनसे एक बैठक में मिली थी। जीएसटी काउंसिल 18 बार बैठ चुकी है। किसी निर्णय पर आज तक वोटिंग नहीं हुई। सभी टैक्स स्लैब सर्वसम्मति से तय हुए। मोदी ने कहा कभी-कभी आशंकाएं होती हैं कि कुछ भी नहीं होगा। हर किसी को टेक्नोलॉजी नहीं आती। हर परिवार में अगर 10वीं-12वीं का छात्र है तो उसे सब आता है। वह भी छोटे व्यापारी की मदद कर सकता है।
चश्मे का उदाहरण
पीएम ने कहा, कृपा करके आशंकाएं मत कीजिए। आप पुराने डॉक्टर से लगातार आंख चेक करवाते हों। वही आपका नंबर निकालता हो। चश्मा भी एक ही व्यक्ति से ही बनवाते हों और नया चश्मा आता हो तो एकाध दिन आंख ऊपर-नीचे एडजस्ट करनी पड़ती है।
गीता में 18 अध्याय और काउंसिल की भी 18 बैठकें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस तरह से गीता में 18 अध्याय हैं वैसे ही जीएसटी काउंसिल की भी अभी तक 18 बैठकें हुई हैं। यह शुभ संयोग है। राष्ट्रपति प्रणव मखुर्जी ने जीएसटी के लिए सभी राज्यों के नेताओं और अधिकारियों का धन्यवाद दिया। इससे पहले जीएसटी की प्रस्तावना वित्त मंत्री अरूण जेटली ने रखी। उन्होंने कहा कि राज्यों के वित्त मंत्रियों, सांसदों और अधिकारियों की दिन-रात मेहनत की वजह से ही यह टैक्स एक जुलाई से लागू होने जा रहा है। इसके लिए उन्होंने सभी का धन्यवाद दिया।
जीएसटी से देश में गरीबी दूर होगी
इस अवसर पर आधे घंटे से भी ज्यादा समय तक बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जीएसटी की वजह से देश में मंहगाई कम होगी। जीडीपी में सुधार होगा। देश में विनिवेश के अवसर बढ़ेंगे। इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे। गरीबी दूर होगी। उन्होंने कहा कि शुरू में थोड़ी दिक्कत आएगी। लेकिन यह ठीक वैसा ही है जब नए नंबर का चश्मा लगता है तो शुरूआत में दिक्कत होती है बाद में सब ठीक हो जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे देश के पिछड़े राज्यों को तेजी से आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। राज्यों के बीच असमानता दूर होगी। विकसीत राज्य तो आगे बढ़ेंगे ही। पिछड़े राज्यों के लोग भी तेजी से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि अब कच्चे बिल और पक्के बिल के झंझट से भी मुक्ति मिलेगी।
जीएसटी के ऐतिहासिक कार्यक्रम का पल-पल का ब्यौरा
10.45: सभी केन्द्रीय मंत्री सेंट्रल हाल में पहुंचे
10.47: लालकृष्ण आडवाणी पहुंचे
10.48: लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और वित्त मंत्री अरूण जेटली....राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की आगवानी के लिए खड़े
10.52: अमित शाह, शरद पवार सेंट्रल हाल में मौजूद
10.56: उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी सेंट्रल हाल पहुंचे
10.58: राष्ट्रपति की आगवानी के लिए उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, वित्तमंत्री, लोकसभा स्पीकर सेंट्रल हाल के गेट पर मौजूद
11.00: राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी सेंट्रल हाल पहुंचे
11.00: राष्ट्रपति की आगवानी उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, वित्तमंत्री, लोकसभा स्पीकर ने की
11.03: राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, वित्त मंत्री अरूण जेटली, संसदीय मंत्री अनन्त कुमार सभी प्रमुख सेंट्रल हाल पहुंचे
11.03: सेंट्रल हाल खचाखच भरा हुआ
11.04: राष्ट्रगान
11.05: फूल देकर अरूण जेटली सभी माननीयों का स्वागत करते हुए
11.05: वित्त मंत्री अरूण जेटली का अभिभाषण
11.06: मंच पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवगोड़ा
11.08: भारत की नई यात्रा की शुरूआत
11.08: राज्य और केन्द्र मिलकर एक दिशा में काम करेंगे
11.09: ना राज्य को और ना ही केन्द्र को अपनी सार्वभौमिकता खोनी होगी
11.10: सब मिलकर काम कर सकेंगे
11.10: वित्त मंत्री अरूण जेटली का अभिभाषण
11.10: जीएसटी की प्रस्तावना रखते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली
11.10: वित्त मंत्री ने हिन्दी में अभिभाषण शुरू किया
11.10: जीएसटी की यात्रा की शुरूआत आज से 15 साल पहले शुरू हुई
11.12: जीएसटी काउंसिल में एक तिहाई हिस्सा केन्द्र का रहा
11.14: जीएसटी काउंसिल का अध्यक्ष विरोधी दल के राज्य का वित्त मंत्री रहा
11.14: जीएसटी काउंसिल अब तक 18 बार मिल चुकी है
11.15: एक भी बैठक में वोट की जरूरत नहीं पड़ी
11.15 : 1,211 उत्पादों पर सर्वसम्मति से राय ली गई
11.16: सबकी एक राय थी कि गरीब पर बोझ ना पड़े
11.16: आम-आदमी को राहत मिले
11.17: केन्द्र और राज्य के 17 और 23 टैक्स को हटाकर उनके स्थान पर एक टैक्स कर दिया गया
11.19: वित्त मंत्री का अभिभाषण समाप्त
11.19: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिभाषण शुरू
11.20: जीएसटी राष्ट्र के निर्माण में एक महत्वपूर्ण मोड़
11.21: सवा सौ करोड़ देशवासी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी होंगे
11.21: जीएसटी की यह प्रक्रिया अर्थव्यवस्था तक सीमित नहीं रही है
11.22: जीएसटी की प्रक्रिया यह देश के संघीय ढांचे की बहुत बड़ी मिसाल के रूप में सामने आया है
11.23: यह जो दिशा और रास्ता किसी एक दल और एक सरकार की सिद्धी नहीं है....
11.24: इस पावन जगह से जीएसटी का आगाज बहुत ही प्रेरणादायक रहेगा
11.25: जीएसटी किसी एक दल की या सरकार की सिद्धि नहीं - मोदी
11.26: जीएसटी हम सबका साझा प्रयास - प्रधानमंत्री मोदी
11.26: संविधान का मंथन 2 साल 11 महीने 17 दिन तक चला था
11.27: जीएसटी भी लम्बी विचार प्रक्रिया का परिणाम है
11.27: संसद में सभी पूर्वव्रती और अभी के सांसदों ने लगातार इसपर बहस की
11.29: जीएसटी सभी राज्यों को एक धागे में पिरोएगा
11.29: जीएसटी टीम इंडिया की शक्ति का परिचायक है
11.29: केन्द्र और राज्य की टीम इंडिया का परिचायक है
11.30: जीएसटी को यहां तक लाने वाले सभी लोगों को बधाई
11.30: गीता के भी 18 अध्याय थे और जीएसटी काउंसिल की भी 18 बैठकें हुईं
11.31: कोई वस्तु कितनी भी दूर, कठिन क्यों ना हो, कठिन तपस्या और प्रयत्न से उसे भी प्राप्त किया जा सकता है
11.32: 500 से ज्यादा रियासतों को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक साथ किया
11.32: जिस तरह से पटेल ने सबको मिलाया था उसी तरह 29 राज्य और 7 केन्द्र शासित प्रदेश 500 प्रकार के टैक्स का समायोजन ही जीएसटी है
11.33: गंगागनर से इटानगर तक लेह से लेकर कन्याकुमारी तक वन नेशन वन टेक्स
11.36: जीएसटी काले धन और भ्रष्टाचार को रोकेगा
11.37: जीएसटी ऐसी व्यवस्था है जो ईमानदारों को नई ऊर्जा से भर देगी
11.38: जीएसटी से अफसरों से मुक्ति का मार्ग मिलेगा
11.39: छोटे व्यापारियों को राहत मिलेगी
11.39: जीएसटी देश के आम-आदमी के लिए सबसे ज्यादा कारगर व्यवस्था है।
11.40: देश के गरीबों के लिए जीएसटी है।
11.40: अब कच्चा बिल, पक्का बिल का झंझट खत्म हो जाएगा
11.41: दसवीं, बारहवीं ऑनलाइन के रिजल्ट आए थे तो दिक्कत हुई थी शुरूआत में
11.41 : अगर आपका पुराना चश्मा होगा तो नए लगने पर देखने में दिक्कत तो होगी ही ना
11.42: अफवाहों के बाजार की ओर लोग ध्यान ना दें
11.42: जीएसटी की वजह से देश में विनिवेश में बहुत सहयोग मिलेगा
11.42: भारत एक क्लियर डेस्टिनेशन के रूप में मिलेगा
11.43 : जीएसटी देश में व्यापार के असंतुलन को खत्म कर देगा
11.44: जो राज्य पीछे रह गए हैं वे विकसित राज्यों के साथ आ खड़े होंगे
11.44: देश के राज्यों के बीच असंतुलनता में कमी आ जाएगी
11.44: देश के सभी राज्यों के बीच समान अवसर मिलेंगे
11.45: जीएसटी के लिए आने वाले पीढियां हमें धन्यवाद देंगीं
11.46: जीएसटी वे ऑफ डूईंग बिजनेस का तरीका है
11.47: जीएसटी आर्थिक सुधार से भी आगे एक सामाजिक सुधार के रूप में सामने आएगा
11.48: गुड्स एंड सर्विस टैक्स नहीं यह गुड्स एंड सिंपल टैक्स है
11.50: प्रधानमंत्री का भाषण समाप्त
11.50: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
11.51: जीएसटी यात्रा की शुरूआत 2002 में हुई थी।
11.51: यह वित्त वर्ष 2006-07 में एक प्रक्रिया के रूप मेें हमारे सामने आई
11.56: जीएसटी पर मेरा विश्वास सही निकला-राष्ट्रपति
11.56: जीएसटी पर कई मुख्यमंत्रियों के साथ काम करने का मौका मिला
11.57: जीएसटी पर एकमत से फैसलों पर बधाई
11.28: जीएसटी से स्पर्धा करने के समान अवसर मिलेंगे
12.00: केन्द्र और राज्यों ने मिलकर काम किया
12.00: जीएसटी अभी शुरूआती चरण में है।
12.02: देश में एक देश एक टैक्स, जीएसटी लागू
12.02: जीएसटी पर फिल्म का प्रसारण
12.02: जीएसटी पर फिल्म समाप्त
12.03: राष्ट्रगान
12.03: सेंट्रल हाल में भारत माता की जय के नारे गूंजे
12.04 : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का सेंट्रल हाल से प्रस्थान
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