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आखिर 38 दिनों बाद पुलिस के हत्‍थे चढ़ ही गई हनीप्रीत

डेरा सच्चा सौदा के राम रहीम को बलात्कार के आरोप में दोषी करार दिये जाने के बाद 38 दिनों से फरार चल रही उसकी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत को आखिरकार पुलिस ने पकड़ ही लिया है। जानकारी के मुताबिक पंजाब पुलिस ने हनीप्रीत ने गिरफ्तार कर हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया है।

आखिर 38 दिनों बाद पुलिस के हत्‍थे चढ़ ही गई हनीप्रीत

नई दिल्‍ली. डेरा सच्चा सौदा के राम रहीम को बलात्कार के आरोप में दोषी करार दिये जाने के बाद 38 दिनों से फरार चल रही उसकी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत को आखिरकार पुलिस ने पकड़ ही लिया है। जानकारी के मुताबिक पंजाब पुलिस ने हनीप्रीत ने गिरफ्तार कर हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया है। हनीप्रीत को कल अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस उसे रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी। इससे पहले दिल्ली HC ने हनीप्रीत इंसा की अग्रिम जमानत ठुकराते हुए उसे सरेंडर करने की नसीहत दी थी।

पंचकुला के पुलिस कमिश्‍नर ने बताया कि दोहपर करीब 3 बजे हनीप्रीत को गिरफ्तार किया गया। उन्‍होंने बताया कि सूत्रों से जानकारी मिली कि हनीप्रीत पटियाला रोड पर है और गाड़ी से कहीं जा रही है। सूचना की पुष्टि होने के बाद एसीपी मुकेश कुमार के नेतृत्‍व में एक टीम पटियाला रोड पहुंची और हनीप्रीत को राउंड-अप कर लिया। चूूंकि मामला पंजाब का था इसलिए पंजाब पुलिस को इसकी सूचना दी गई और फिर हनीप्रीत को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्‍होंने बताया कि कार में हनीप्रीत के साथ एक और महिला मौजूद थी। हालांकि पुलिस ने अभी दूसरी महिला के बारे में जानकारी पब्लिक नहीं की है।

मीडिया से सामने हनीप्रीत ने नकारे आरोप -
हरियाणा पुलिस ने पहले हनीप्रीत (36) के खिलाफ लुकआउट नोटिस और बाद में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। मीडिया से बातचीत में हनीप्रीत ने कहा कि उनके खिलाफ लगाये गये आरोप सही नहीं है। एक अज्ञात स्थान पर एक कार में बैठी हनीप्रीत ने कहा, (पंचकूला में 25 अगस्त को हुई हिंसा के दौरान) क्या मैं आगजनी करने वालों के साथ मौजूद थी। वे इस तरह के आरोप कैसे लगा सकते हैं। हनीप्रीत की छवि एक "खलनायिका", एक "षडयंत्रकारी" के रूप में पेश किये जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, वे कैसे मुझे आरोपी बना सकते हैं। मैं अपने पापा (राम रहीम) के साथ थी और एक बेटी के रूप में (25 अगस्त को) अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही थी।

उन्होंने कहा, हर बेटी अपने पिता के साथ रहती है, मैं उनके साथ थी। लोगों को उकसाने के लिए क्या आपने मुझे एक शब्द कहते हुये सुना। मैं इस उम्मीद में वहां (पंचकूला में CBI की अदालत) गयी थी कि मेरे पिता शाम को लौट जाएंगे। लेकिन जब उन्हें सजा सुनायी गयी, तो मैं सदमें में आ गयी। मैं किसी और चीज के बारे में कैसे सोच सकती थी, मैं पूरी तरह टूट चुकी थी। हनीप्रीत 25 अगस्त को राम रहीम के साथ सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय से पंचकूला स्थित CBI की एक विशेष अदालत गई थीं। उस दिन डेरा प्रमुख को सजा सुनाये जाने के बाद वह उनके साथ एक हेलीकॉप्टर में सवार होकर रोहतक स्थित जेल जाने के लिए रवाना हुयी थीं।

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