भारत के साथ रणनीतिक एवं पारंपरिक अंसतुलन’ को अपने लिए सबसे बड़ी सुरक्षा चिंता करार देते हुए पाकिस्तान ने आज परमाणु हथियारों के जखीरे को कम करने के अमरीकी आह्वान को ठुकरा दिया । पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार अजीज ने आज सुबह ‘डिफेंस राइटर्स ग्रुप’ के साथ नाश्ते के दौरान बातचीत में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी सुरक्षा चिंता भारत के साथ रणनीति और पारंपरिक असंतुलन है ।’’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद इसके बाद आता है ।
एक सवाल के जवाब में अजीज ने कहा, ‘‘आतंकवाद हमारी घरेलू चिंता है । यह अफगानिस्तान से आता है जो हमारी सीमा के भीतर हमारी दूसरी चिंता बन गया है। हम उम्मीद करते हैं कि अगले कुछ वर्षों में इसे नियंत्रित कर लिया जाएगा ।’’ उन्होंने अमरीका की उस इच्छा को भी खारिज कर दिया कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों को कम करे । अजीज ने यह कहा कि ‘अगर भारत एेसा करता है तो हम इस बारे में सोच सकते हैं । अगर भारत एेसा नहीं करता है तो हम कैसे कर सकते हैं?’ परमाणु हथियारों को घटाने के लिए अमरीका और रूस के साथ काम करने की मिसाल देते हुए अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने पाकिस्तान से कल कहा था कि वह इस वास्तविकता को समझे और अपनी परमाणु नीति की समीक्षा करे ।
यहां कल अमरीका-पाकिस्तान रणनीतिक संवाद के तहत सुरक्षा वार्ता के दौरान परमाणु मुद्दे पर चर्चा की गई । पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का जखीरा तेजी से बढ़ाने संबंधी खबरों का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए केरी ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि पाकिस्तान के लिए इस वास्तविकता को समझना महत्वूपर्ण है और वह अपनी नीति में इस बिंदु को आगे रखे ।’’
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।