
धम्म चक्र दिवस: हर परेशानी का जवाब है बौद्ध धर्म- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
आज यानी 24 जुलाई को धम्म चक्र दिवस और गुरु पूर्णिमा के मौके पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपना संदेश साझा किया है।
धम्म चक्र दिवस पर राष्ट्रपति कोविंद का संदेश-
पीएम मोदी के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने भी गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) के अवसर पर आषाढ़-पूर्णिमा और धम्म चक्र दिवस कार्यक्रम में अपना संदेश साझा किया। उन्होंने कहा, आषाढ़ पूर्णिमा-धम्म चक्र दिवस कार्यक्रम में मेरा मानना है कि बौद्ध धर्म की अपील औपचारिक रूप से लगभग 55 करोड़ अनुयायियों (followers) से अधिक लोगों तक जाती है। अन्य धर्मों के लोग और यहां तक कि संशयवादी और नास्तिक भी बुद्ध की शिक्षाओं के प्रति आकर्षित महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा, बौद्ध धर्म की यह सार्वभौमिक और शाश्वत अपील समय और स्थान पर मानव द्वारा सामना की जाने वाली मूलभूत समस्याओं की तार्किक, तर्कसंगत और सरल उत्तरों की वजह से है।
President Kovind plants a sapling from the Holy Bodhi tree in the Rashtrapati Bhavan on the occasion of Asadha Poornima, which is observed as Dharma Chakra Day. pic.twitter.com/IcXUv1FC4s
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 24, 2021
संबोधन के बारे में पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी वहीं पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था‘आप सभी को धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस और आषाढ़ पूर्णिमा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आज हम गुरु-पूर्णिमा भी मनाते हैं, और आज के ही दिन भगवान बुद्ध ने बुद्धत्व की प्राप्ति के बाद अपना पहला ज्ञान संसार को दिया था।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘आज कोरोना महामारी के रूप में मानवता के सामने वैसा ही संकट है जब भगवान बुद्ध हमारे लिए और भी प्रासंगिक हो जाते हैं। बुद्ध के मार्ग पर चलकर ही बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना हम कैसे कर सकते हैं। भारत ने ये करके दिखाया है।
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