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हमें कोरोना और भूख दोनों से लड़ना है, इसी सोच से काम कर रहे हैं जावेद अंसारी

जहां पूरा विश्व इस वैश्विक महामारी में अपने-अपने परिवार के साथ घरो में कैद है, वही पर अपनी जान की परवाह किये बगैर कुछ समाजिक संगठन के सदस्यों ने  गरीबो, बेबसों और शोषितो के बीच मे जाकर उन्हें कोरोना वायरस के बारे जागरूक करने ...

हमें कोरोना और भूख दोनों से लड़ना है, इसी सोच से काम कर रहे हैं जावेद अंसारी

बलिया। जहां पूरा विश्व इस वैश्विक महामारी में अपने-अपने परिवार के साथ घरो में कैद है, वही पर अपनी जान की परवाह किये बगैर कुछ समाजिक संगठन के सदस्यों ने  गरीबो, बेबसों और शोषितो के बीच मे जाकर उन्हें कोरोना वायरस के बारे जागरूक करने और उनकी भुख मिटाने हेतु उनको राशन एवं दवा भी वितरित कर रहे है। उनका कहना हैं कि हमें कोरोना और भूख दोनों से लड़ना है, इसी सोच से काम कर रहे हैं जावेद अंसारी,  जो अनवरत पिछले 5 दिनों से ग्राम सभा चंद्रवार, सुल्तानपुर, छितौनी, मठिया, रसड़ा के अंदर गरीबों के बीच "भारत नौजवान क्रांति सभा" के बैनर तले राशन बांटा जा रहा है तो कभी दिल्ली , लखनऊ से पैदल मजदूरों को आते देख उनको नाश्ता-पानी का इंतजाम हो रहा है। ऐसा ही रसड़ा क्षेत्र का एक नौजवान है जावेद अंसारी जिनका मातृभूमी ग्राम सभा जाम है और ये अपने गाँवो से प्रेरित होकर अपने नाम के आगे "जाम" लगाते है यह नौजवान एक गैर राजनीतिक संगठन भारत नौजवान क्रांति सभा चलाता है जिसके संयोजक यह खुद है।

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हमें कोरोना और भूख दोनों से लड़ना है : जावेद अंसारी "जाम" -

कोरोना लॉक-डाउन में यह संगठन लॉक-डाउन के अगले ही दिन से सभी जगह में जा-जाकर गरीबों , बेबसों , शोषितो , झुग्गी-झोपड़ियों से लेकर गाँव-गाँव में अपने कुछ साथियो को लेकर कोरोना के बारे में जानकारी, कोरोना से बचने का तरीका और उनके बीच अपने खुद के संगठन के तहत गरीबो में राशन, दवा और जरूरी सामान भी बाट रहे है। B.Ed एवं MBA धारी यह नौजवान अपनी बैंक की नौकरी छोड़ 2014 से ही समाज सेवा में लगा है, समय-समय पर गाँव-गाँव में जाकर अपनी सेवा निःस्वार्थ भाव से देते आएं है, कभी गरीब की लड़की की शादी हो या किसी लावारिश बुजर्ग का दवा-इलाज सब मे यह नौजवान बखूबी अपना किरदार निभाते आया है। अभी इनका मुहिम है कोरोना और भूख के खिलाफ, जो सरकार के आदेशानुसार लॉक डाउन का समर्थन करते हुये पूरे दिन खुद से राशन का पैकेट बनाते है और ये अपनी जान की परवाह किये बगैर रोजाना अपने कुछ साथियो को लेकर निकल जाते है उस पैकेट को गरीबो के बीच बांटनें। वो कहते हैं कि हमें कोरोना और भूख दोनों से लड़ना है, एक प्रश्न के जवाब में जावेद अंसारी "जाम" बोलते है कि यह कार्य करने का सौभाग्य हमारे संगठन के पूरे सदस्यों और खास तौर से हमारे चेयरमैन जो मथुरा डिग्री कालेज में प्रोफेसर भी है डॉ. बब्बन राम व हमारे संरक्षक श्री प्रवीण सिंह जी के द्वारा मिलता है और जज्बा इन गरीबो को देख कर।

लगातार कोरोना और भूख से जंग -

शुक्रवार को रसड़ा अंदर मलिन बस्ती वार्ड नंबर 2 , मद्दु मुहल्ला और मेरु राय का पुरा में गरीबो के बीच  संगठन "भारत नौजवान क्रान्ती सभा (गैर राज.)" के तरफ से राहत सामग्री तक़सीम किया गया। सरकार के लोगो से अपील है वो निहायत ही गरीब परिवार को ढूंढे जैसे मद्दु मुहल्ला और मेरु राय के पुरा में ऐसे भी परिवार है जहाँ उनके आगे पीछे कोई नही है, हालांकि रसड़ा उपजिलाधिकारी महोदय डॉ. विपिन जैन और रसड़ा कोतवाल सौरभ राय द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य हो रहा है, फिर भी कही न कही प्रशाशन के लोगो की नजर उन तक नही जा पा रही हैं, अतः आप सब आम नागरिक और समाजसेवियों से अनुरोध है जहां भी आपकी नजर पड़े तो तुरन्त या प्रशाशन को बताये या हम जैसे लोगों को।

आज के समय में अगर जावेद जैसे युवा हर एक ब्लॉक में हों, तो सच मे बहुत हद तक समाज का भला होगा और कोरोना जैसे महामारी से हमारी लड़ाई काफी आसान हो जाएगी। 

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