होम सावधान! रिटायर्ड IAS आफिसर हुए ठगी का शिकार,ये ऐप डाउनलोड करके गंवाये 4 लाख रुपये

समाचारदेशविविधअपराध

सावधान! रिटायर्ड IAS आफिसर हुए ठगी का शिकार,ये ऐप डाउनलोड करके गंवाये 4 लाख रुपये

सावधान! रिटायर्ड IAS आफिसर हुए ठगी का शिकार,हवाई जहाज की टिकट रिफंड कराने की कोशिश कर रहे रिटायर्ड अफिसर को साढ़े 4 लाख की चपत लग गई है।

सावधान! रिटायर्ड IAS आफिसर हुए ठगी का शिकार,ये ऐप डाउनलोड करके गंवाये 4 लाख रुपये

सावधान! रिटायर्ड IAS आफिसर हुए ठगी का शिकार,एयर टिकट रिफंड कराने की कोशिश कर रहे रिटायर्ड अफसर को 4 लाख की चपत लग गई है।फ्राड

आजकल साइबर फ्रॉड मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। मुम्बई में एक रिटायर हो चुके IAS अफसर के साथ बड़ी ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। हवाई जहाज की टिकट रिफंड कराने की कोशिश कर रहे रिटायर्ड अफसर को साढ़े 4 लाख की चपत लगाई गई है।

सावधान! रिटायर्ड IAS आफिसर हुए ठगी का शिकार,एयर टिकट कैंसिल करने के नाम पर हुई ठगी-

 साइबर फ्रॉड का शिकार होने वाले एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं। वे महाराष्ट्र के एडिशनल चीफ सक्रेटरी के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल उनकी आयु लगभग 70 साल है। उन्होंने अपनी और अपने परिवार की कोलकाता के लिए एयर बुकिंग की थी। ये टिकट राउंड ट्रिप (आने और जाने) के लिए थी।

बाद में किसी कारणवश उनका प्लान बदल गया और बुकिंग कैंसिल करवा दी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, टिकट कैंसिल होने के बाद उन्होंने रिफंड (33,000 रुपये) की प्रक्रिया शुरू की। उन्होंने जिस ट्रैवल कंपनी के माध्यम से बुकिंग करवाई थी, उसे ऑनलाइन सर्च किया। उन्हें एक वेबसाइट मिली। इस वेबसाइट पर संपर्क के लिए दी गई जानकारी पर उन्होंने ये सोचकर संपर्क किया कि वह सही वेबसाइट है। लेकिन ये वेबसाइट सही नहीं थी।

क्रेडिट कार्ड की मांगी डिटेल-

जब उन्होंने दिए गए नंबर पर कॉल किया तो सामने से बोल रहे व्यक्ति ने कहा कि उनकी पूरी मदद की जाएगी। इसके लिए आपको अपनी क्रेडिट कार्ड डिटेल शेयर करनी होगी,ताकि आपका रिफंड उसमें ट्रांसफर किया जा सके। चूंकि रिटायर्ड अधिकारी ने कई जगहों पर पढ़ा और सुना था कि क्रेडिट कार्ड की जानकारी किसी से भी शेयर नहीं करनी चाहिए तो उन्होंने ये जानकारी देने से इनकार कर दिया।

क्रेडिट कार्ड वाला पैंतरा न चलने पर ठग ने रिटायर्ड अधिकारी को एक स्क्रीन शेयरिंग ऐप डाउनलोड करने को कहा। शायद इस तरह के फ्रॉड्स के बारे में उन्होंने पढ़ा-सुना नहीं था तो वे इससे राजी हो गए। उन्होंने स्क्रीन शेयरिंग ऐप इंस्टॉल कर ली। इसके बाद उन्हें पता चला कि उनके साथ 4 लाख रुपयों का फ्रॉड हो गया है।

कैसे हुआ ऐप के जरिये फ्राड?

बता दें कि स्क्रीन शेयरिंग ऐप का मतलब है कि अपने फोन का कंट्रोल किसी दूसरे व्यक्ति को देना। जैसे ही उस ठग के हाथ में फोन का कंट्रोल आया होगा तो उसने फोन में सेव किए गए तमाम लॉगिन और पार्सवर्ड देख लिए होंगे और फिर उनके अकाउंट से साढ़े चार लाख रुपये उड़ा दिए। अब इस मामले में रिटायर्ड अधिकारी ने पुलिस के शिकायत दी है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Most Popular

(Last 14 days)

Facebook

To Top