सरकारी तेल कंपनियों ने 5 शहरों को चुना है जहां पर रोजाना तेल की कीमतों में बदलाव होने की संभावना है। ये शहर हैं- दक्षिण भारत में पुडुचेरी और वाईजेग (विशाखापट्टनम) पश्चिम में उदयपुर पूर्व में जमशेदपुर और उत्तर में चंडीगढ़। अगर इन पांचों शहरों में तेल की कीमतों की रोजाना समीक्षा करना सफल रहा तो फिर इसे पूरे देश में लागू करने पर विचार किया जाएगा।डीजल-पेट्रोल की कीमतों की इस नई व्यवस्था को 1 मई से लागू किया जाएगा। 30 अप्रैल तक तेल की कीमतों की समीक्षा हर 15 दिन पर ही की जाएगी। 5 राज्यों के अलावा अन्य सभी राज्यों 1 मई के बाद भी 15 दिनों में ही तेल की समीक्षा की जाएगी।
भारत के करीब 95 फीसदी बाजार पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन बारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम का कब्जा है। ये कंपनियां उन तरीकों को खोजने में जुटी हुई हैं जिससे डीजल और पेट्रोल की कीमतों में रोजाना बदलाव किया जा सके। इसे लेकर तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मंत्रालय के अन्य अधिकारियों के साथ इन तेल कंपनियों के अधिकारियों ने मुलाकात भी की है।
एक उच्च अधिकारीबताया कि अधिकतर पेट्रल पंपों पर ऑटोमेशन डिजिटल तकनीक और सोशल नेटवर्क ने देश भर के 53000 पेट्रोल पंपों पर कीमतों में बदलाव को लागू करना काफी आसान बना दिया है। हर 15 दिन में डीजल-पेट्रोल की कीमतों में बदलाव होता है लेकिन नई व्यवस्था के तहत रोजाना तेल की कीमतों में बदलाव हो सकती हैं। सरकारी तेल कंपनियों ने यह योजना बनाई है कि भारत में भी कई अन्य विकसित देशों की तरह डीजल पेट्रोल की कीमतों की रोजाना समीक्षा की जाए जिसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ऊपर बताए गए पांच शहरों में लागू किया जाएगा।
पेट्रोल और डीजल की रोजाना समीक्षा से यह फायदा होगा कि तेल की कीमतों में अचानक अधिक गिरावट या अधिक बढ़ोत्तरी नहीं होगी। इससे ग्राहकों को यह फायदा होगा कि उन्हें तेल की कीमतों को लेकर अचानक झटका नहीं लगेगा। रोजाना कीमत बदलने पर थोड़े-थोड़े बदलाव होते रहेंगे।
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Twitter, व Google News पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।